फिच ने मंगलवार को जारी अपने वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से पैदा हुई मंदी ने देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है।
फिच सॉल्यूशंस ने कहा कि मूल्य के हिसाब से परिवारों का खर्च 2021 में 123 लाख करोड़ रुपये रहेगा। यह 2019 के 121.6 लाख करोड़ रुपये की तुलना में मात्र 1.2 प्रतिशत अधिक है। इससे पता चलता है कि कोविड-19 महामारी की वजह से उपभोक्ता खर्च कितनी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
सरकार ने 12 नवंबर को 2.65 लाख करोड़ रुपये के एक और आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की। इसे आत्मनिर्भर भारत अभियान 3.0 नाम दिया गया है। इस पैकेज में संगठित क्षेत्र में रोजगार निर्माण को गति देना, उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना (पीएलआई), उर्वरक सब्सिडी और ग्रामीण रोजगार कार्यक्रम मनरेगा में बढ़ोत्तरी करना शामिल है।
Fitch Ratings ने मंगलवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी यानी अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में जीडीपी में सुधार देखने को मिलेगा।
जुलाई में बेहतर बिक्री के बावजूद दबाव जारी रहने का अनुमान
कोविड 19 मामले बढ़ने से छोटी अवधि में तेज रिकवरी की उम्मीद नहीं
फिच रेटिंग्स ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए भारत के वृद्धि के अनुमान को घटा कर 8 प्रतिशत कर दिया है। एजेंसी ने पिछले माह इसके 9.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।
आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक का आउटलुक भी निगेटिव हुआ
फिच का चालू वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था में 5% गिरावट का अनुमान
अन्य रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने भी भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को स्थिर परिदृश्य के साथ घटाकर बीबीबी नकारात्मक कर दिया है।
फिच के अनुसार अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था फिर रफ्तार पकड़ सकती है।अगले साल भारत की अर्थव्यवस्था 9.5% की रफ्तार से बढ़ सकती है।
एजेंसी ने कहा कि अप्रैल मध्य से कोरोना वायरस संक्रमण में तेजी आने और इसे रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन की वजह से अर्थव्यवस्था की वृद्धि पर विपरीत असर पड़ा है।
फिच के मुताबिक रेटिंग का आकलन संकट के बाद के हालातों को देखकर किया जाएगा
भारत और चीन की अर्थव्यवस्था में सुस्ती से गहरा हुआ मंदी का असर
रेटिंग एजेंसी का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में लगातार दो तिमाहियों के दौरान नकारात्मक वृद्धि रहेगी।
फिच के मुताबिक महंगाई दर का दबाव कम होने से रिजर्व बैंक के पास राहत की और गुंजाइश बनेगी
रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में आई मंदी का भारत पर भी बुरा असर पड़ेगा
कोरोना संकट से आय पर असर और राहत पैकेज की वजह से बढ़ सकता है घाटा
फिच ने दुनिया भर की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाकर 1.3 फीसदी किया
Fitch ने अपनी ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक 2020 रिपोर्ट में कहा है कि आगे आने वाले हफ्तों में कोरोना वायरस से प्रभावित होने वाले लोगों की संख्या बढ़ेगी।
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