विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से पैसा निकालकर उन बाजारों में निवेश कर रहे हैं जहां रिटर्न के ज्यादा अच्छे अवसर मिल रहे हैं
शेयर बाजार में हुए विदेशी निवेश के आंकडों को देखे तों नवंबर के दौरान 5 महीने यानि GST काल का सर्वाधिक विदेशी निवेश हुआ है।
देश के शेयर बाजारों में अगले सप्ताह निवेशकों की नजर RBI (भारतीय रिजर्व बैंक) द्वारा ब्याज दरों पर किए जाने वाले फैसले पर रहेगी।
सरकार ने भारत-22 एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) के तहत पहले दौर में 14,500 करोड़ रुपए जुटाए हैं। इस फंड में 22 कंपनियों के शेयर शामिल हैं।
शेयर बाजार की चाल कंपनियों के तिमाही नतीजे के आंकड़ों, घरेलू और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रुझान, FPI और DII के रुख पर निर्भर करेगी।
शेयर बाजार में गुरुवार को जहां एक ओर विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 15.29 करोड़ रुपए की बिकवाली की है वहीं घरेलू निवेशकों ने 315.95 करोड़ रुपए की खरीदारी की
इस सप्ताह शेयर बाजार की चाल व्यापक आर्थिक आंकड़े, मानसून की चाल, वैश्विक बाजारों के रुझान, FPI और DII के रुख और कच्चे तेल की कीमतें मिलकर तय करेंगे।
मोदी सरकार के तीन साल पूरे हो चुके है। इस दौरान विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार में 1.55 लाख करोड़ रुपए और घरेलू निवेशकों ने 1.77 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया
आरबीआई ने आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी ग्रासिम इंडस्ट्रीज को विदेशी संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी सीमा को मौजूदा 30 से बढ़ाकर 49% करने की अनुमति दी है।
विदेशी निवेशकों का भरोसा मोदी सरकार पर लगातार बढ़ता जा रहा है। इसीलिए सन 1991 में न्यू इकनॉमिक पॉलिसी अपनाने के बाद पहली बार CAD की भरपाई FDI से हुई है।
गलवार के कारोबारी सत्र में घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत तेजी के साथ हुई है। सेंसेक्स 50 अंक बढ़कर 29563 पर पहुंच गया है। निफ्टी 16 अंक बढ़कर 9143 पर है।
3 दिन में FPIs ने 7 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की खरीदारी की है। इस दौरान अदानी पोर्ट्स, ITC, BHEL, टाटा स्टील, टाटा पावर और HDFC के शेयर में 5-10% चढ़ गए है
निजी क्षेत्र का कोटक महिंद्रा बैंक के निदेशक मंडल ने विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के लिए निवेश सीमा बढ़ाने को मंजूरी दे दी है।
सेंसेक्स 216 अंक की छलांग के साथ 29,000 अंक को पार कर दो साल के उच्चस्तर पर पहुंच गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में तेजी से सेंसेक्स में उछाल आया।
P-Note की सुविधा का कथित तौर पर दुरुपयोग किए जाने के खिलाफ कार्रवाई में SEBI ने 5 FII द्वारा भारतीय नागरिकों को P-Note जारी किए जाने के मामले पकड़े हैं।
शेयर बाजारों से एफआईआई की धन निकासी से रुपए में कमजोरी देखने को मिली। डॉलर के मुकाबले रुपया 30 पैसे की गिरावट के साथ 2016 के निचले स्तर 68.76 पर बंद हुआ।
आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि विदेशी निवेशक भारत में गोमांस पर प्रतिबंध, लव जिहाद और घर वापसी जैसे मुद्दों पर शोरगुल वाली राजनीति के आदी हो गए हैं।
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