प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'मेक इन इंडिया' पहल को बड़ी सफलता मिली है। दुनिया के सबसे एडवांस फाइटर प्लेन F-16 का निर्माण अब भारत में होगा।
अब घरेलू विमानन कंपनियां अब 18 साल तक पुराने विमानों का देश में आयात कर सकेंगी। कैंद्र सरकार इस संबंध में दो दशक पुराने नियमों में बदलाव कर रही है।
विमान यूएस-2 को जापान भारत में बनाना चाहता है। जापानी कंपनी शिनमायवा इंडस्ट्रीज ने ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत भारत में एक प्लांट लगाने की पेशकश की है।
ग्राइपेन लड़ाकू विमान की मैन्युफैक्चरिंग भारत में हो सकती है। साब ने अपनी पांचवी पीढ़ी के ग्राइपेन लड़ाकू विमान भारत में बनाने को तैयार हो गया है।
लेटेस्ट न्यूज़