भारतीय बाजारों के लिए, सबसे अनुकूल अवधि जुलाई 1990 से फरवरी 1994 तक फेड की ब्याज दर में कटौती का चक्र था। इस दौरान निफ्टी में 310 प्रतिशत की जबरदस्त उछाल देखी गई थी।
अमेरिका के सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने बुधवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए ब्याज दरों में 50 बेसिस पॉइंट्स की कटौती का ऐलान किया है। बताते चलें कि फेडरल रिजर्व ने 4 साल में पहली बार ब्याज दरों में ये कटौती की है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) 7 से 9 अक्टूबर को होने वाली अगली मीटिंग रेपो रेट पर फैसला करेगी। अगस्त में खुदरा महंगाई 0.11 प्रतिशत बढ़कर 3.65 प्रतिशत हो गई, जो जुलाई में 3.54 प्रतिशत थी।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारतीय रिजर्व बैंक इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करेगा क्योंकि महंगाई दर अभी भी उच्चस्तर पर बनी हुई है।
एसएंडपी 500 और नैस्डैक ने बुधवार को लगातार तीसरे दिन रिकॉर्ड ऊंचाई दर्ज की, क्योंकि मुद्रास्फीति के आंकड़े अपेक्षा से कम आए, लेकिन फेडरल रिजर्व द्वारा इस साल सिर्फ एक बार ब्याज दर में कटौती के संकेत के चलते सूचकांक दिन के उच्चतम स्तर से नीचे बंद हुए।
21 मार्च को सिंगापुर में सुबह 9:40 बजे तक हाजिर सोना 0.7% बढ़कर 2,201.94 डॉलर प्रति औंस हो गया।
फेडरल रिजर्व ने प्रमुख ब्याज दर को 5-5.25 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक को अब साल के अंत तक दो 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी की उम्मीद है।
फेडरल रिजर्व ने कहा कि अमेरिकी ब्याज दरें "जल्द ही" बढ़ेंगी। इसी के साथ केंद्रीय बैंक ने घोषणा की है कि वह मार्च की शुरुआत में यह अपने एसेट्स पर्चेज प्रोग्राम को समाप्त कर देगा।
प्रमुख ब्याज दरें 0 से 0.25 फीसदी के दायरे के बीच अपरिवर्तित
फेडरल रिजर्व ने बॉन्ड खरीद की कोई सीमा तय नहीं की
अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व बैंक (फेड) की ओर से ब्याज दर में कटौती का संकेत दिए जाने से महंगी धातुओं के भाव में जोरदार तेजी आई है।
अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार के कारोबारियों के अनुसार घरेलू शेयर बाजारों तेजी और अन्य विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर होने से रुपया को समर्थन मिला है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी कमजोरी के साथ खुले हैं। फिलहाल सेंसेक्स 100.76 प्वाइंट की नरमी के साथ 35632.71 पर कारोबार कर रहा है जबकि निफ्टी 29.75 प्वाइंट धटकर 10826.95 पर ट्रेड हो रहा है।
वैश्विक बाजारों में कमजोर संकेत और स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की मांग में गिरावट के कारण बीते सप्ताह राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की चमक कुछ फीकी पड़ गई और यह 32,000 रुपए के स्तर से नीचे 31,600 रुपए प्रति 10 ग्राम रह गई।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज काका निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए हैं। सेंसेक्स 73.28 प्वाइंट की कमजोरी के साथ 35103.14 और निफ्टी 38.40 प्वाइंट घटकर 10679.65 पर बंद हुआ है। बाजार में सबसे ज्यादा गिरावट आईटी शेयरों में देखने को मिली है
जेरोम एच. पॉवेल मौजूदा चेयरमैन जेनेट येलेन का स्थान लेंगे। जेनेट का कार्यकाल फरवरी में खत्म हो रहा है
निफ्टी की कुल 50 कंपनियों में से 38 कंपनियों के शेयरों में बढ़त है और 12 कंपनियों के शेयर लाल निशान के साथ कारोबार कर रहे हैं
अमेरिका में ब्याज दरों में हुई बढ़ोतरी की वजह से आज सुबह एशियाई शेयर बाजारों में बढ़त देखने को मिली है, इसका असर भारतीय शेयर बाजारों पर भी दिख सकता है
सेंसेक्स 174.95 प्वाइंट की गिरावट के साथ आज 33,053.04 के स्तर पर बंद हुआ वहीं निफ्टी 47.20 प्वाइंट घटकर 10,192.95 के स्तर पर बंद हुआ
इस हप्ते घरेलू स्तर पर महंगाई दर और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े जारी होने हैं। इसके अलावा अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों को लेकर फैसला भी आना है
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