विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड (FIPB) ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के 136 करोड़ रुपए के तीन प्रस्तावों को अपनी मंजूरी दे दी है।
देश में निवेश के मामले में सिंगापुर ने मारीशस को पीछे छोड़ दिया है। चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीने में भारत में सर्वाधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश(एफडीआई) सिंगापुर से आया।
विदेशी निवेशकों ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में भारत पर भरोसा जताया है। इस दौरान देश में 16.63 अरब डॉलर का फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (एफडीआई) आया है।
देश में अक्टूबर 2014 से सितंबर 2015 के दौरान कुल 32.87 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) आया है। यह जानकारी सोमवार को संसर में दी गई।
देश की तमाम बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच के घेरे में आ गई हैं। दिल्ली हाईकोर्ट ने 21 दिसंबर तक जांच रिपोर्ट जमा करने को कहा है।
RBI गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि पब्लिक और प्राइवेट इन्वेस्टमेंट घटने से भारत में विकास के रास्ते में बाधा उत्पन्न हो रही है।
FIPB ने बुधवार को छह FDI प्रस्तावों को अपनी मंजूरी दी है। इन छह प्रस्तावों के जरिये देश में 1810 करोड़ रुपए का विदेशी निवेश होगा।
नए आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, चीन में गाड़ियों की बिक्री अक्टूबर में 11.8 फीसदी बढ़कर 22.2 लाख रही, जबकि उत्पादन 7.1 फीसदी बढ़कर 21.9 लाख पहुंच गया।
सरकार ने कंस्ट्रक्शन, डिफेंस, रिटेल और प्लांटेशन समेत 15 सेक्टर में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) की प्रक्रिया को आसान बनाने की घोषणा की है।
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