अगर आप एक बेहतर FD रेट की तलाश में है ताकि आपको अधिक से अधिक रिटर्न मिल सके तो फिलहाल के लिए रूक जाइए और इंडिया टीवी की इस खबर को पढ़िए, जिससे की आपको ये पता चल सके कि FD निवेश के पांच बड़े नुकसान क्या होते हैं।
अगर आप Fixed Deposits और Debt Mutual Funds में से किसी एक में निवेश करने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है। अगर आप असमंजस की स्थिति में हैं कि किसमें पैसा लगाने से मोटा मुनाफा होगा तो आप इसमें हमारे द्वारा बताए गए पांच बातों पर नजर डाल सकते हैं।
अगर आप एफडी पर अधिक ब्याज चाहते हैं तो auto-renewal विकल्प से बचें। बैंक आमतौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने वाले ग्राहकों को ऑटो-रिन्यूअल का विकल्प देते हैं।
बैंकों ने एफडी निवेशकों को अभी तक पूरी रेट हाइक का लाभ नहीं दिया है, इसलिए आने वाले महीनों में एफडी पर ब्याज दर में और वृद्धि होने की संभावना है। आपको एक खास स्ट्रैटेजी के साथ निवेश करना होगा।
भारत में बढ़ती महंगाई के बीच बैंको के तरफ से FD पर दिए जाने वाले इंटरेस्ट रेट में बढ़ोतरी की जा रही है। RBI के तरफ से रेपो रेट दर में वृद्धि करने का फैसला इसके पीछे की वजह बना है।
उम्मीद है कि जल्द ही एफडी पर ब्याज दर 8 फीसदी के करीब पहुंच जाएगी। छोटे बैंक ब्याज दरें बढ़ाने में काफी आगे रहेंगे।
Fixed Deposit की ब्याज दरों में बढ़ोतरी होने के बाद से सुरक्षित और अच्छे रिटर्न की तलाश करने वाले निवेशकों के पास बैंक FD में निवेश करना एक बेहतर विकल्प बन गया है। हालांकि, बॉन्ड (Bond) में निवेश भी बेहतर रिटर्न के ऑप्शन के रूप में अपनी जरूरतों के आधार पर पूरा खरा उतरता है।
जब से आरबीआई (RBI) ने रेपो रेट (Repo Rate) में बढ़ोतरी की है FD पर इंटरेस्ट रेट बढ़ता जा रहा है। कई बैंक अब आम नागरिक से लेकर सीनियर सिटीजन को अधिक ब्याज दर ऑफर कर रहे हैं। कुछ बैंक जो 8% से 8.75% से अधिक की ब्याज दर भी दे रहे हैं।
SBI ने चुनिंदा FD की अवधि पर ब्याज दरों में 15 bps तक की वृद्धि की है। बैंक की वेबसाइट के मुताबिक बढ़ी हुई दरें 13 अगस्त 2022 से प्रभावी हैं और 2 करोड़ रुपये से कम की FD पर लागू हैं।
Fixed Deposit: अलग-अलग बैंकों में करें FD, ज्यादा ब्याज समेत मिलेंगे ये 4 फायदे Fixed Deposit invest money in different banks FD more interest along with four benefits
Fixed Deposit: देश में महंगाई चरम पर है। ऐसे में हर कोई वित्तीय आजादी को लेकर असमंजस की स्थिति में है। आज हम आपको FD में निवेश करने के बारे में बताएंगे, जिसमें अधिकतर भारतीय पैसा लगा रहे हैं।
FD Interest: निवेश करते समय ध्यान रखें कि सभी टेन्योर की एफडी पर ब्याज दर समान नहीं होती है।
ग्राहकों को फ्लोटिंग दरों पर ब्याज (Floating Rate FD) मिल रहा है। बैंक ने बताया है कि इस प्रोडक्ट के तहत ग्राहकों को रेपो रेट पर आधारित ब्याज दिया जाएगा।
बैंक FD को सबसे पुराना और सबसे सुरक्षित निवेश माध्यम माना जाता है। इसमें आपको पहले से तय ब्याज दर पर निश्चित समय पर निश्चित रिटर्न मिलता है।
इस योजना के तहत 5 करोड़ रुपये से कम की एफडी में सभी मैच्योरिटी पीरियड पर सीनियर सिटीजन को 0.50 फीसदी एक्स्ट्रा ब्याज मिलता है। वहीं 0.25 प्रतिशत का अतिरिक्त फायदा भी दिया जा रहा है।
कंपनी ने फिक्स्ड डिपॉजिट (fixed deposit:FD) पर मिलने वाली ब्याज दर में 40 आधार अंकों तक की बढ़ोतरी करने की घोषणा की है।
एक साल से 2 साल से कम की अवधि की एफडी पर ब्याज दरों में कटौती की है। ये कटौती 0.2 फीसदी की है। बाकी सभी मैच्योरिटी पीरियड के लिए दरों में बदलाव नही किया गया है।
SBI ने एक महीने में दूसरी बार फिक्स डिपॉजिट (FD/सावधि जमा) पर ब्याज दरें घटाने का फैसला किया है। बैंक ने सभी अवधि की एफडी पर ब्याज दरें 0.40 फीसदी (40 आधार अंकों) तक घटा दी हैं।
एचडीएफसी बैंक में एफडी कराई हुई है या करना चाहते हैं तो आपको नुकसान उठाना पड़ेगा। दरअसल बैंक ने अपनी चुनिंदा मेच्योर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की ब्याज दरों में बदलाव कर दिया है। ये नई दरें 13 सितंबर से लागू भी हो गई हैं।
देश के सबसे बड़े कर्जदाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने विभिन्न मैच्योरिटी वाले टर्म डिपॉजिट की जमा दरों में आधी फीसदी (50 bps) तक की कटौती की है।
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