प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत एक साल में किसान के बैंक खाते में 6000 रुपये जमा करती है। यह राशि साल में तीन बराबर किस्तों में प्रदान की जाती है।
इस साल जब प्याज की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई थी तो सरकार को अफगानिस्तान से प्याज का आयात करना पड़ा था।
सीआईआई ने कहा कि अर्थव्यवस्था को वृद्धि की राह पर लाने की चुनौती के बीच हम सभी अंशधारकों से आग्रह करते हैं कि वे मौजूदा विरोध-प्रदर्शन के बीच कोई रास्ता ढूंढे और आपसी सहमति के समाधान पर पहुंचें।
सीआईआई ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन से आपूर्ति श्रृंखला पहले ही काफी बुरी तरह प्रभावित हुई है। अब आपूर्ति श्रृंखला में सुधार हो रहा था लेकिन किसान आंदोलन की वजह से यह फिर दबाव में आ गई है।
केंद्र सरकार ने हाल ही में तीन कानून लागू किए थे जिसमें कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून 2020, कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा करार कानून 2020, और आवश्यक वस्तु (संशोधन कानून) 2020 शामिल हैं।
कैट के मुताबिक वह देश के करीब सात करोड़ व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करती है। वहीं एआईटीडब्ल्यूए के मुताबिक एसोसिएशन देश के संगठित ट्रांसपोर्ट क्षेत्र के 60 से 65 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करती है।
किसान आंदोलन को देखते हुए पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत आने वाली सातवीं किस्त मोदी सरकार 10 दिसंबर से खातों में भेजने की शुरुआत कर सकती है।
किसान संगठनों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया है। देश के कई राजनैतिक दलों ने भी किसान संगठनों के बंद को समर्थन दिया है। किसानों और केंद्र सरकार के बीच 5 दौर की वार्ता हो चुकी है, हालांकि दोनो पक्षों के बीच गतिरोध बना हुआ है।
सम्माननिधि का पैसा आप तक पहुंचेगा कि नहीं, इसके लिएजरूरी है कि आप अपना नाम लाभार्थियों की सूची में पहले ही जाकर पता कर लें।
अब तक मोदी सरकार किसानों को 6 किस्तों में पैसे दे चुकी है। इसकी अगली किस्त यानी सातवीं किस्त इस महीने से सरकार किसानों के बैंक अकाउंट में भेजना शुरू करेगी।
किसानों के आंदोलन के चलते रेल यातायात भी बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। किसानों के जारी प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर रेलवे ने कुछ ट्रेनों के संचालन में कुछ बदलाव किया है।
आमतौर पर कई बार नाम रजिस्टर्ड कराने पर पैसे नहीं आते हैं। इसके लिए एक मुख्य वजह यह हो सकती है नाम रजिस्ट्रेशन कराते समय कोई स्पेलिंग गलती हो गई या फिर आधार नंबर और बैंक अकाउंट नंबर में कोई गलती होने पर पैसे अटक जाते हैं।
उन्होंने कहा कि यदि इन कानूनों का क्रियान्वयन होता है, तो इस बात की काफी अधिक संभावना है कि किसानों की आमदनी में वृद्धि होगी।
आवेदन करने के बाद भी आपके बैंक खाते में पैसे नहीं आए हैं तो अपना रिकॉर्ड एक बार जरूर चेक कर लें। कहीं उसमें कोई गलती तो नहीं है।
प्रधानमंत्री-किसान सम्मान निधि योजना (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi scheme) की सातवीं किस्त 1 दिसंबर से आनी शुरू हो जाएगी।
इस नीति का उद्देश्य निर्यात के क्षेत्र में विकास और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना और निर्यात इकाईयों, संगठनों को आवश्यक निर्यात-संबंधी सहायता और सेवा उपलब्ध कराना एवं राज्य से निर्यात को बढ़ाने के लिए तकनीकी और भौतिक इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास करना है।
केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में लागू तीन कृषि कानूनों को लेकर पंजाब में किसान नेताओं के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर केंद्र सरकार ने 13 नवंबर को उन्हें बातचीत के लिए बुलाया था। हालांकि उस बातचीत में दोनो पक्षों में सहमति नहीं बनी थी
PM Kisan Samman Nidhi Yojana का अब तक 11.33 करोड़ किसान लाभ उठा चुके हैं। इस योजना के तहत मोदी सरकार किसानों के खाते में एक साल में 6000 रुपए तीन बराबर किस्तों में डालती है।
18 से 40 की उम्र का कोई भी किसान पीएम किसान मानधन योजना के लिए आवेदन कर सकता है। इसके लिए आवेदक किसान को 55 रुपये से 200 रुपये के बीच हर महीने 60 साल की उम्र तक योगदान करना होगा।
केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई ये किसानों से जुड़ी सबसे बड़ी योजना है और सरकार की कोशिश है कि हर वास्तविक किसान को इसका लाभ मिले ताकि खेती-किसानी में संकट का दौर खत्म किया जा सके।
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