वित्त वर्ष 2020-21 में परिवारों की शुद्ध बचत 23.29 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई थी लेकिन उसके बाद से इसमें लगातार गिरावट आ रही है। परिवारों का बैंक ऋण भी इन तीन वर्षों में दोगुना होकर 2022-23 में 11.88 लाख करोड़ रुपये हो गया।
पारिवारिक पेंशन के रूप में अधिकतम 9,284 रुपये मासिक पेंशन ही मिलती थी। इस निर्णय से पारिवारिक पेंशन बढ़कर 30,000 से 35,000 रुपये मासिक हो जाएगी।
भारत में सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध पारिवारिक स्वामित्व वाले कारोबार या कंपनियों की संख्या 108 है। इस मामले में भारत दुनिया में तीसरे नंबर पर है।
सऊदी अरब में नौकरी करने वाले आप्रवासियों को अब प्रति माह प्रति सदस्य 100 रियाल का फैमिली टैक्स देना होगा। यह टैक्स एक जुलाई से लागू होने जा रहा है।
कर्मचारी पेंशन योजना पेंशन की गणना करते समय दो साल के बोनस के लिए पूर्ववर्ती परिवारिक पेंशन योजना 1971 की सेवा अवधि को भी शामिल करने का फैसला किया है।
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