नई सुविधा की मदद से कोई भी अपनी आईडी पर जारी हुए सभी मोबाइल नंबर जान सकता है, और किसी अनजाने नंबर की शिकायत भी कर सकता है।
सरकार ने खुलासा किया है कि फर्जी पहचान के आधार पर सिमकार्ड की बिक्री के संदर्भ में पिछले पांच वर्षो में 65,991 मोबाइल कनेक्शन से जुड़ी 938 शिकायतें प्राप्त हुई और ऐसे सभी मामलों में मोबाइल सेवा कनेक्शन समाप्त कर दिया गया।
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भले ही कोई चाहे जितनी बार आधार के लिए रजिस्ट्रेशन करवा ले लेकिन किसी भी व्यक्ति को एक से अधिक आधार कार्ड जारी नहीं हो सकता।
फेक आईडी पर सिम कार्ड देना कंपनियों को महंगा पड़ सकता है। खराब वेरिफिकेशन पर सवाल उठाते हुए दिल्ली पुलिस ने 1 करोड़ रुपए जुर्माना लगाने का प्रस्ताव दिया है।
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