प्रमुख टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल इंडिया का वित्त वर्ष 2023-24 में नेट प्रॉफिट 6 प्रतिशत बढ़कर 1424.9 करोड़ रुपये हो गया जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 1342.5 करोड़ रुपये था।
मार्क जुकरबर्ग की मेटा में अपनी 13% हिस्सेदारी है। उनकी कुल संपत्ति में साल की शुरुआत से लेकर अब तक 78 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। यह ब्लूमबर्ग इंडेक्स द्वारा ट्रैक किए जाने वाले 500 सबसे अमीर लोगों में से किसी भी मेंबर से ज्यादा है।
यूरोपीय कमीशन के रेगुलेटर ने साल 2019 में इस मामले की जांच शुरू की थी। उस समय मेटा ने कमीशन को सूचना दी थी कि फेसबुक के कुछ यूजर्स के पासवर्ड अनजाने में आंतरिक रूप से संग्रहीत हो गए थे। इसका मतलब है कि उन पासवर्ड को फेसबुक के कर्मचारी आसानी से खोज सकते थे।
जनवरी से मार्च की अवधि के बीच मेटा का मुनाफा बढ़कर 12.37 अरब डॉलर हो गया है, जो कि 4.71 डॉलर प्रति शेयर है, जो कि पिछले साल समान तिमाही में 5.71 अरब डॉलर या 2.20 प्रति शेयर था।
एलन मस्क एक्स को लगातार प्रमोट कर रहे हैं। वो दुनियाभर के विज्ञापनदाताओं को अपने प्लेटफॉर्म एक्स पर विज्ञापन देने के लिए प्रोत्साहित भी कर रहे हैं।
Mark Zuckerberg: फेसबुक के सह-संस्थापक मार्क जुकरबर्ग की संपत्ति में इस साल सबसे ज्यादा इजाफा हुआ है। जुकरबर्ग के पास फिलहाल 179 अरब डॉलर की संपत्ति है।
फेसबुक और इंस्टाग्राम ने 2023 में तीसरी तिमाही में 14 अरब डॉलर यानी प्रति शेयर 5.33 डॉलर कमाए। कैलिफोर्निया स्थित फेसबुक और इंस्टाग्राम की मूल कंपनी मेटा प्लैटफ़ॉर्म्स इंक ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में 14 अरब डॉलर या प्रति शेयर 5.33 डॉलर कमाए।
वीडियो में किसी व्यक्ति के चेहरे या शरीर को डिजिटल रूप से बदलने की डीपफेक कहते हैं। मशीन लर्निंग और कृत्रिम बुद्धिमत्ता से बने ये वीडियो किसी को भी आसानी से धोखा दे सकते हैं।
मेटा के पास 30 जून तक कर्मचारियों की संख्या 71,469 थी, जो पिछले साल के मुकाबले 14% कम है।
हाल ही में फेसबुक की मूल कंपनी मेटा 10,000 कर्मचारियों को निकालने का ऐलान किया था। कंपनी ने काॅस्ट कटिंग में कमी करने के लिए यह छंटनी करने का फैसला किया था।
एक कर्मचारी ने जुकरबर्ग से पूछा कि पूरी कार्यकारी टीम को ईई/जीई रेटिंग (मेटा पर शीर्ष-स्तरीय प्रदर्शन समीक्षा) क्यों मिली, जबकि वे उन विकल्पों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं जिनके कारण हमें कंपनी के 20 प्रतिशत की छंटनी करनी पड़ी?
Facebook Instagram And WhatsApp: मेटा प्लेटफॉर्म एक बार फिर से छंटनी करने जा रहा है। कंपनी इस बार छंटनी के दूसरे दौर में है। पिछली बार नवंबर में 11,000 लोगों को निकाला गया था। अभी एक दौर आना बाकी है।
नाम से हमारी और सबकी पहचान होती है। इसके साथ ही आज के जमाने में तो नाम में ही सब कुछ रखा है। ऐसे में नाम हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण हो जाते हैं। बात करें अगर ब्रांड्स के नामों की कहानियों की तो इनमें कई बातें जुड़ी होती हैं, आज हम आपको Facebook, Twitter और Amazon के असली नामों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
पिछले महीने मेटा ने घोषणा की थी कि वह इंस्टाग्राम और फेसबुक के लिए पेड वेरिफिकेशन की टेस्टिंग कर रहा है। बाद में, कंपनी ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में स्थित उपयोगकर्ताओं के लिए पेड सब्सक्रिप्शन योजना शुरू की।
बिजनेस ऐप पर बीटा टेस्टर विज्ञापन और डिटेल्स को एडिट कर सकते हैं और यह भी चुन सकते हैं कि यह कितने समय तक चलेगा। नया फीचर व्यवसायों को उन ग्राहकों तक पहुंचने में मदद करेगा जो व्हाट्सऐप पर नहीं हैं, लेकिन फेसबुक और इंस्टाग्राम का उपयोग करते हैं।
अक्सर लोग ग्रुप में शामिल लोगों के नंबर को अपने फोन में सेव कर लेते थे, और फिर उन्हें प्राइवेट मैसेज भेजते थे। लेकिन अब किसी ग्रुप का हिस्सा होने पर वॉट्सऐप यूजर का नाम डिस्प्ले होगा, व्हाट्सएप पार्टिसिपेंट का नंबर को हाइड कर देगा।
वॉट्सऐप डाउन होने पर लोग चैटिंग के लिए सिंपल मैसेज का इस्तेमाल करते हैं। WhatsApp की तरह ही 5 ऐसे मैसेजिंग ऐप्स हैं, जिसे आप अल्टरनेट के रूप में चैटिंग के लिए डाउनलोड कर सकते हैं। इनमें Line, Signal Messenger, Facebook Messenger, iMessage और Telegram Messenger शामिल हैं।
नौकरी में कटौती के चलते मेटा के हार्डवेयर और मेटावर्स वर्टिकल के साथ-साथ रियलिटी लैब्स के परियोजनाएं प्रभावित होंगी, जिनका बजट इस समय अरबों डॉलर में है। कंपनी के संस्थापक और सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा, मुझे लगता है कि हमने कंपनी के लिए कुछ हद तक बदलाव किया है।
मेटा ने ट्विटर को टक्कर देने की तैयारी कर ली है। एक रिपोर्ट में इस बाता खुलासा हुआ है कि कंपनी एक ऐसे प्रोजेक्ट में का कर रही है जिसमें ट्विटर जैसे फीचर्स होंगे। इस प्रोजेक्ट पर मेटा की लीगल टीम्स ने काम शुरू भी कर दिया है।
आपको बता दें कि नवंबर, 2022 में कंपनी ने 13 फीसदी कर्मचारियों को निकाला था। पहले दौर में 11 हजार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया था।
लेटेस्ट न्यूज़