वित्त वर्ष 2011-12 से देश का निर्यात 300 अरब डॉलर के आसपास बना हुआ है। 2018-19 में यह 331 अरब डॉलर और 2019-20 में 314.3 अरब डॉलर रहा था।
देश से वस्तुओं का निर्यात अक्टूबर 2020 में 24.82 अरब डॉलर रहा। यह पिछले साल अक्टूबर के 26.23 अरब डॉलर के निर्यात से 5.4 प्रतिशत कम है। वहीं अक्टूबर के दौरान देश का आयात भी 11.56 प्रतिशत गिरकर 33.6 अरब डॉलर रहा। वहीं देश का व्यापार घाटा पिछले साल के मुकाबले 11.76 अरब डॉलर से घटकर 8.78 अरब डॉलर रहा।
देश की कुल आबादी के करीब 16 प्रतिशत लोग उत्तर प्रदेश में रहते हैं। युवाओं की संख्या सर्वाधिक होने के नाते भरपूर मानव संपदा भी है। यहां सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम इकाईयों की संख्या भी सर्वाधिक है।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अगस्त के दौरान 5.7 लाख डॉलर के प्याज बीज का निर्यात हुआ है। वहीं 2019-20 के पूरे वित्त वर्ष में प्याज बीज का निर्यात 35 लाख डॉलर रहा था। डीजीएफटी कीमतों पर अंकुश के लिए प्याज के निर्यात पर पहले ही रोक लगा चुका है।
सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर 2020 में अमेरिका को होने वाला भारत का निर्यात 5.1 अरब डॉलर रहा, यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 15.5 प्रतिशत अधिक है
समीक्षाधीन महीने में जापान के आयात में भी गिरावट कम हुई है। सितंबर में देश का आयात 17.2 प्रतिशत घटा है।
भारतीय चाय निर्यातक संघ के मुताबिक पिछले साल निर्यात लगभग 25.2 करोड़ किलोग्राम का हुआ था। संघ को आशंका है कि ईरान से मांग में कमी आने की वजह से निर्यात का आकार 18 करोड़ से 18.5 करोड़ किलोग्राम तक घट जाएगा
पिछले 7 महीने में पहली बार निर्यात में बढ़त दर्ज की गई है। वहीं, इस अवधि में देश का आयात 19.6 प्रतिशत घटकर 30.31 अरब डॉलर रह गया। एक साल पहले इसी महीने में यह 37.69 अरब डॉलर रहा था। सितंबर में व्यापार घाटा घटकर 2.72 अरब डॉलर रह गया।
चीन की अर्थव्यवस्था लॉकडाउन के बाद जल्दी खुल गई है, जिसका फायदा उसके निर्यातकों को हो रहा है। विशेषकर मास्क और चिकित्सा आपूर्ति के मामले में चीन के निर्यातकों की चांदी है
कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के चलते भारत के शीर्ष 12 बंदरगाहों पर माल की आवाजाही में सितंबर 2020 के दौरान लगातार छठे महीने गिरावट दर्ज की गई।
मूंगफली निर्यात में 35 फीसदी, रिफाइंड शुगर में 104 फीसदी, गेहूं में 206 फीसदी, बासमती चावल में 13 फीसदी और गैर बासमती चावल के निर्यात में 105 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई है। कृषि उत्पादों में पिछले साल के व्यापार घाटे के मुकाबले इस बार निर्यात बढ़ने से 9002 करोड़ रुपये का ट्रेड सरप्लस रहा
एसोचैम ने अपनी अर्थव्यवस्था की स्थिति पर आकलन रिपोर्ट में आने वाले महीनों में इसमें और सुधार की बात कही है।
आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर के दौरान निर्यात में 21.43 प्रतिशत की गिरावट आई है।
बजाज ऑटो का सिर्फ एक्सपोर्ट ही नहीं बल्कि घरेलू स्तर पर भी टू-व्हीलर्स की बिक्री में जोरदार बढ़ोतरी हुई है।
मंगलवार को आए आंकड़ों के मुताबिक देश के निर्यात में लगातार छठे महीने गिरावट दर्ज हुई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अगस्त में पेट्रोलियम, चमड़ा, इंजीनियरिंग सामान और रत्न एवं आभूषण के निर्यात में कमी दर्ज हुई है।
देश के प्रमुख बंदरगाहों की माल ढुलाई (माल चढ़ाना उतारना) चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से अगस्त की अवधि के दौरान 16.56 प्रतिशत घटकर 24.50 करोड़ टन रह गई।
प्रधानमंत्री ने पूर्णिया में अत्याधुनिक सुविधाओं वाले वीर्य केंद्र का भी उद्घाटन किया। इस पर 84.27 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है।
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक देश का व्यापार घाटा लगातार कम हो रहा है और एक बेहतर आपूर्ति श्रृंखला की वजह से वैश्विक व्यापार में भारत का हिस्सा लगातार बढ़ रहा है।
होटल, रेस्टोरेंट बंद होने से चालू सत्र में चीनी की औद्योगिक मांग 8-9 प्रतिशत कम रहने का अनुमान
कोरोना वायरस महामारी के प्रसार के बाद से जापान की निर्यात आधारित अर्थव्यवस्था कमजोर पड़ी है। इसकी वजह से कुछ कारखानों में उत्पादन रुका है।
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