देश का निर्यात इस महीने एक से 14 अक्टूबर के दौरान 40.5 प्रतिशत बढ़कर 15.13 अरब डॉलर रहा। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के प्रारंभिक आंकडे के अनुसार मुख्य रूप से पेट्रोलियम उत्पादों, इंजीनियरिंग और रसायन क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन से निर्यात बढ़ा है।
भारत और चीन के निर्यात के आंकड़े देखकर आप हैरान रह जाएंगे। भारत ने सितंबर महीने के निर्यात के आंकड़े आज जारी किए है वहीं चीन ने भी हाल ही में सितंबर माह के आंकड़े जारी किए थे।
गोयल ने कहा कि ईसीजीसी में 500 करोड़ रुपये का निवेश तत्काल किया जाएगा और 500 करोड़ रुपये का निवेश अगले वित्त वर्ष में किया जाएगा।
यह दावा एक जुलाई 2018 से 31 मार्च 2019 तक, एक अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक और एक अप्रैल 2020 से 31 दिसंबर 2020 तक किए गए निर्यात के लिए किया जा सकता है।
रत्न एवं आभूषण निर्यात ने 2021-22 की पहली तिमाही में 9.2 अरब डॉलर के निर्यात का कोविड से पहले का स्तर हासिल कर लिया है।
चालू वित्त वर्ष के पहले पांच माह अप्रैल-अगस्त, 2021 में कुल निर्यात 67.33 प्रतिशत बढ़कर 164.10 अरब डॉलर पर पहुंच गया
फिलहाल बंदरगाहों पर 2 लाख टन से ज्यादा चीनी निर्यात के लिये रखी है, ऐसे में अनुमान है कि मौजूदा शुगर सीजन में कुल एक्सपोर्ट 70 लाख टन को पार कर जायेगा।
इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल एवं मई में राज्य से 21,500.85 करोड़ रुपए का निर्यात हुआ है, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 152.67 फीसदी अधिक है।
अगस्त में आयात 51.47 प्रतिशत बढ़कर 47.01 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जो 2020 के इसी महीने में 31.03 अरब अमेरिकी डॉलर था। इस वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त के दौरान आयात 81.75 प्रतिशत बढ़कर 219.54 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया।
देश में 54,000 स्टार्टअप वर्तमान में 5.5 लाख रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं वहीं अगले पांच साल के दौरान 50,000 नए स्टार्टअप 20 लाख नए रोजगार पैदा करेंगे।
जीजेईपीसी के अध्यक्ष, कॉलिन शाह ने कहा कि वैश्विक बाजारों में लगातार सुधार, उपभोक्ताओं की खर्च करने योग्य आय में वृद्धि, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में आगामी त्योहारी सत्र से उम्मीद है कि आने वाले महीनों में निर्यात और बढ़ेगा।
2020-21 में भारत-अफगानिस्तान के बीच द्विपक्षीय व्यापार 1.4 अरब डॉलर रहा, जो 2019-20 में 1.52 अरब डॉलर था। 2020-21 में भारत से निर्यात 82.6 करोड़ डॉलर और आयात 51.0 करोड़ डॉलर था।
खाड़ी देशों में बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक हैं। खाड़ी देशों के उच्च श्रेणी के उपभोक्ता उच्च स्तर के मोबाइल ब्रांड पसंद करते हैं और हमें उस बाजार में शामिल होने की कोशिश भी नहीं करनी चाहिए।
इनोवी टेलीकॉम प्राइवेट लिमिटेड को अप्रैल में मोबाइल फोन के निर्माण के लिए अनुमति दी गई थी।
बयान में कहा गया है कि माह के दौरान व्यापार घाटा 10.97 अरब डॉलर रहा, जो जुलाई, 2020 में 4.83 अरब डॉलर था। समीक्षाधीन महीने में कच्चे तेल का आयात 97.45 प्रतिशत बढ़कर 12.89 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
पिछले 10 वर्षों से भारतीय निर्यात लगभग 290 अरब डॉलर से 330 अरब डॉलर के बीच ऊपर-नीचे होता रहा है।
निर्यातकों के प्रमुख संगठन फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (फियो) ने शनिवार को कहा कि वह स्टार्टअप, कारीगरों और किसानों को निर्यात के क्षेत्र में प्रवेश में मदद करेगा।
गंतव्यों और निर्यात वस्तुओं का दायरा बढ़ाकर हम 400 अरब डॉलर के महत्वाकांक्षी निर्यात लक्ष्य को पा सकते हैं।
लंदन को निर्यात की जाने वाली खेप को गुजरात के कच्छ क्षेत्र के किसानों से लिया गया था, जबकि बहरीन की खेप पश्चिम मिदनापुर (पश्चिम बंगाल) के किसानों से मंगवाई गई
देश का निर्यात जुलाई में 47.19 प्रतिशत बढ़कर 35.17 अरब डॉलर पर पहुंच गया। पेट्रोलियम, इंजीनियरिंग और रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के अच्छे प्रदर्शन की वजह से कुल निर्यात में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है।
लेटेस्ट न्यूज़