देश से रत्न एवं आभूषण निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों अप्रैल-अगस्त के दौरान 11 प्रतिशत बढ़कर 14.43 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
मारुति सुजुकी की लोकप्रिय प्रीमियम हैचबैक कार बलेनो (Baleno) ने हाल ही में घरेलू बाजार में एक लाख बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया है।
वर्ल्ड बैंक ने दक्षिण एशिया को वैश्विक वृद्धि का प्रमुख केंद्र बताया और कहा कि भारत की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर मजबूत रहेगी
नरेंद्र मोदी की सरकार, जो देश में सबको रोजगार समेत कई बड़े-बड़े वादों की बदौलत सत्ता में आई थी, उसके लिए एक्सपोर्ट से जुड़ी यह खबर चिंताजनक है।
देश का निर्यात कारोबार अगस्त में 0.3 फीसदी घटकर 21.51 अरब डॉलर रहा। पेट्रोलियम तथा चमड़ा जैसे उत्पादों के निर्यात में गिरावट से निर्यात में कमी आई है।
प्याज के दाम में भारी गिरावट आने से प्याज किसानों की बढ़ती परेशानी को देखते हुए नितिन गडकरी ने व्यापारियों से निर्यात बढ़ाने को कहा है।
देश का रत्न और जेवरात का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में 11.7 फीसदी बढ़कर 11.4 अरब डॉलर हो गया।
वाणिज्य मंत्रालय ने निर्यातोन्मुखी इकाइयों, सॉफ्टवेयर और इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर टेक्नोलॉजी पार्क के लिए नियम सरल कर दिए हैं।
देश का निर्यात जुलाई में 6.84 फीसदी घटकर 21.69 अरब डॉलर रह गया। इंजीनियरिंग वस्तुओं तथा पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात में गिरावट से कुल निर्यात नीचे आया है
चीन में भारतीय राजनयिक मिशन ने भारत के व्यापारियों को आगाह करते हुए कहा है कि उन्हें आर्डर किए गए सामान के बदले बालू, पत्थर, नमक, ईंट आदि मिल सकते हैं।
आलू के निर्यात पर लगाम कसने के लिए आलू का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) 360 डालर प्रति टन तय किया है। आलू की घरेलू उपलब्धता बढ़ाने को यह कदम उठाया गया है।
पिछले 18 महीनों से लगातार गिरावट में चल रहे भारत के निर्यात में पहली बार सुधार दिखाई पड़ा है। जून में निर्यात 1.27 फीसदी बढ़कर 22.57 अरब डॉलर हो गया
सरकार ने तमिलनाडु के कोलाचल के पास इनायम में एक बड़े बंदरगाह के निर्माण की अनुमति दे दी। इसकी अनुमानित लागत 25,000 करोड़ रुपए बैठेगी।
सरकार के विशेष पैकेज और विपणन योजनाओं की मदद से भारत का टेक्सटाइल और अपैरल निर्यात चालू वित्त वर्ष में 50 अरब डॉलर के स्तर को छूने की उम्मीद है।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि कपड़ा उद्योग को प्रोत्साहन पैकेज मिलने से रफ्तार बढ़ेगी। वहीं इससे रोजगार के और अवसर पैदा होंगे और निर्यात बढ़ेगा।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने श्रम आधारित कपड़ा क्षेत्र (टेक्सटाइल) में रोजगार सृजन, विनिर्माण और निर्यात को प्रोत्साहन के लिए रियायतों को मंजूरी दे दी।
सरकार ने कहा कि निर्यात में गिरावट मई माह में रोकी जा चुकी है और अब समय है कि निर्यात को प्रोत्साहन दिया जाए।
भारत ने पिछले वर्ष अक्टूबर से शुरू हुए मार्केटिंग सीजन 2015-16 में अभी तक 16 लाख टन चीनी का निर्यात किया है। पिछले साल के मुकाबले यह से 46 फीसदी अधिक है।
ऑटो इंडस्ट्री ने सरकार से अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और आसियान क्षेत्र के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) को लेकर अग्रसक्रियता से काम करने अपील की है
वित्त वर्ष 2015-16 में कपड़े का निर्यात 40 अरब डॉलर रहा, जो कि 47.5 अरब डॉलर के लक्ष्य से कम है। 2015-16 के दौरान कपड़ा क्षेत्र का निर्यात 40 अरब डॉलर रहा।
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