ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ने से भारत के बासमती चावल और चाय के निर्यात प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है।
महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पंजाब और कर्नाटक सहित आठ राज्यों ने कृषि निर्यात नीति के लिए कार्रवाई योजना तैयार की है। इस नीति का मकसद कृषि निर्यात को दोगुना करना है।
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव और बढ़ने की स्थिति में फारस की खाड़ी के देश को भारत का निर्यात प्रभावित हो सकता है।
बजाज ऑटो की कुल बिक्री दिसंबर महीने में तीन प्रतिशत घटकर 3,36,055 इकाई रह गई जबकि, हिंदुजा समूह की प्रमुख कंपनी अशोक लेलैंड की वाणिज्यिक वाहन बिक्री दिसंबर में 28 प्रतिशत घटकर 11,168 इकाई रह गई।
देश से मसालों के निर्यात में कुछ उठाव आया है लेकिन छोटी इलायची के निर्यात में 72 प्रतिशत की भारी गिरावट देखने को मिली है।
समीक्षाधीन महीने में कच्चे तेल का आयात 11.06 अरब डॉलर रहा। सालाना आधार पर यह 18.17 प्रतिशत कम रहा।
हुंदै मोटर इंडिया अफ्रीका और लैटिन अमेरिका समेत विभिन्न बाजारों को कॉम्पैक्ट स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) वेन्यू का निर्यात शुरू करने की तैयारी में है।
भारत के लिए यह महत्वपूर्ण है कि आयात का विकल्प खोजने के बजाये निर्यात पर केंद्रित होने का दृष्टिकोण अपनाया जाए।
अक्टूबर में व्यापार घाटा कम हो कर 11 अरब डॉलर के स्तर पर रहा। पिछले साल अक्टूबर में व्यापार घाटा 18 अरब डॉलर था।
देश के एक प्रमुख वाणिज्य एवं उद्योग मंडल ने रविवार को कहा कि प्रमुख क्षेत्रीय व्यापार समझौते आरसीईपी में शामिल नहीं होने से भविष्य में भारत के निर्यात और निवेश प्रवाह को नुकसान पहुंच सकता है।
देश का दोपहिया वाहनों का निर्यात चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-सितंबर की छमाही में चार प्रतिशत बढ़ गया। इस दौरान सबसे अधिक निर्यात बजाज ऑटो का रहा।
सितंबर, 2019 के दौरान देश का व्यापार घाटा 10.86 अरब डॉलर रहा है।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में यात्री वाहनों का निर्यात चार प्रतिशत बढ़कर 3,65,282 इकाई पर पहुंच गया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिये शनिवार को बाजार प्रोत्साहन के उपायों की तीसरी किस्त की घोषणा की। इसके तहत रीयल एस्टेट तथा निर्यात क्षेत्रों को 70 हजार करोड़ रुपए से अधिक की मदद देने की योजना है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने निर्यात प्रोत्साहन के लिए विदेशी बाजारों में भेजे जाने वाले वाणिज्यिक उत्पादों पर कर और शुल्क का बोझ खत्म करने की एक नयी योजना आरओडीटीईपी की शनिवार को घोषणा की। निर्यात उत्पादों पर शुल्कों और करों की छूट (आरओडीटीईपी) नाम की इस योजना से खजाने पर अनुमानित 50,000 करोड़ रुपए का बोझ आने का अनुमान है।
शुक्रवार को प्याज की प्रमुख मंडी महाराष्ट्र के लासलगांव में प्याज की थोक कीमत 2950 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गई, जो पिछले 20 माह का सबसे उच्चतम स्तर है।
गोयल ने यह भी कहा कि हालांकि, कुल निर्यात 2018-19 में 537 अरब डॉलर रहा, लेकिन भारत को अगले पांच साल में 1,000 डॉलर का निर्यात हासिल करना होगा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने निर्यातकों को कर्ज में गिरावट पर चिंता जतायी है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि सरकार निर्यातकों को सस्ती दर पर विदेशी मुद्रा में कर्ज देने के लिए जल्द ही दिशानिर्देश जारी करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगले पांच साल में देश का कुल निर्यात 1,000 अरब डॉलर को पार पहुंचाना होगा।
निर्यातकों ने कई अन्य उपाय किए जाने की भी मांग की है।
भारत में कंप्यूटर सेवाओं के घरेलू बाजार में निर्यात की तुलना में अधिक तेजी से वृद्धि होने का अनुमान है। घरेलू बाजार को सरकार के डिजिटल भारत कार्यक्रम तथा देश में उभर रहे स्टार्टअप माहौल से समर्थन मिलने की उम्मीद है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है।
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