जल्द ही बाजार में ऐसे वाहन आएंगे, जिनको चलाने के लिए पेट्रोल की जरूरत नहीं होगी। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने वाहन कंपनी बजाज तथा टीवीएस को ऐसे वाहन बनाने की अनुमति दे दी है, जो कि धान व गेंहू के डंठल से तैयार 100 प्रतिशत एथेनॉल पर चलेंगे।
नरेंद्र मोदी सरकार ने महंगे होते पेट्रोल-डीजल से राहत दिलाने और आयात बिल को कम करने की तैयारी शुरू कर दी है। सरकार ने जैव ईंधन को बढ़ावा देने की अपनी योजना पर काम शुरू कर दिया है।
ऑटो एक्सपो के दौरान भारतीय दोपहिया कंपनी टीवीएस मोटर्स एक खास बाइक लेकर आई है। जो कि पेट्रोल या बैटरी से नहीं बल्कि धान या गेहूं के भूसे से तैयार इथेनॉल से चलेगी।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि मोटरसाइकिल बनाने वाली दो प्रमुख कंपनियां जल्द ही भारतीय बाजार में बिजली और दो तरह के ईंधन से चलने वाली मोटरसाइकिलें उतारने की तैयारी में जुटी हैं।
गडकरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश भगवान बुध्द और भगवान की राम की स्थली है लेकिन यहां के किसान कड़ी मेहनत के बाद भी गरीब है। गेंहू और धान की जगह एथेनॉल का उत्पादन किसानों को धनी बनाएगा और उनकी किस्मत बदल जाएगी।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में दिए अपने बयान में कहा है कि पेट्रोल में 15 फीसदी मेथेनॉल मिलाया जाएगा।
पेट्रोल की लागत कम हो सकती है साथ में चीनी और इथनॉल कंपनियों को होगा फायदा
राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने कहा कि एथेनॉल समेत औद्योगिक उपयोग में आने वाले अल्कोहल पर नई व्यवस्था में 18 प्रतिशत की दर से कर लगेगा।
सीसीईए ने गुरुवार को एथनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी) कार्यक्रम को सफल बनाने के उद्देश्य से एथनॉल कीमतों में संशोधन की नई व्यवस्था को मंजूरी दे दी है।
सरकार ने कहा कि वह एथनॉल की कीमत को बाजार केंद्रित कीमत प्रणाली से जोड़ेगी जहां इसके कीमत अंतरराष्ट्रीय रूख के हिसाब से तय होंगी।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि केंद्र जल्दी ही जैविक कचरे से एथेनाल बनाने के लिए प्रक्रिया शुरू करेगा जिससे कृषि से निकलने वाले कचरे की मांग बढ़ेगी।
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