फिलहाल पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथनॉल मिलाया जाता है और सरकार 2025 तक इस मात्रा को दोगुना करने पर विचार कर रही है।
भारत सरकार अब इथेनॉल बेस्ड फ्लेक्स गाड़ियों को प्रमोट कर रही है। सरकार की कोशिश EV के साथ इथेनॉल की कारें मार्केट में लानी है। ऐसे में आइए जानते हैं कि आने वाले समय में कौन सी इथेनलॉल बेस्ड फ्लेक्स कार भारत में आने जा रही है।
अगले 2-3 सालों में 75000 पेट्रोल पंपों में से 50,000 पर ईवी चार्जर स्थापित किए जाएंगे। राजमार्गों और शहरों में चार्जिंग सुविधाएं स्थापित करने के लिए विभिन्न मंत्रालय और सरकारी विभाग मिलकर काम कर रहे हैं।
एथेनॉल पेट्रोल की तुलना में बेहतर ईंधन है और यह एक आयात विकल्प, लागत प्रभावी, प्रदूषण-मुक्त और स्वदेशी है।
एथेनॉल पर ध्यान केंद्रित करने से पर्यावरण के साथ ही एक बेहतर प्रभाव किसानों के जीवन पर भी पड़ रहा है।
मीडिया खबरों के मुताबिक यदि नीति आयोग की कोशिश सफल हो जाती है तो आपको महीने भर के ईंधन खर्च पर 10 फीसदी की बचत हो सकती है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जैव ईंधन पर राष्ट्रीय नीति-2018 को मंजूरी दे दी है, जिसमें पेट्रोल के साथ मिलाए जाने वाले एथेनॉल के उत्पादन के लिए कच्चे माल का दायरा बढ़ाते हुए अनुपयुक्त अनाज, सड़े आलू और चुकंदर आदि के इस्तेमाल की अनुमति दी गई है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि मोटरसाइकिल बनाने वाली दो प्रमुख कंपनियां जल्द ही भारतीय बाजार में बिजली और दो तरह के ईंधन से चलने वाली मोटरसाइकिलें उतारने की तैयारी में जुटी हैं।
पेट्रोल की लागत कम हो सकती है साथ में चीनी और इथनॉल कंपनियों को होगा फायदा
सीसीईए ने गुरुवार को एथनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी) कार्यक्रम को सफल बनाने के उद्देश्य से एथनॉल कीमतों में संशोधन की नई व्यवस्था को मंजूरी दे दी है।
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