सूत्रों ने कहा कि अब जब पेराई समाप्त हो रही है, तो चीनी उद्योग सरकार से एथनॉल उत्पादन के लिए बी-हैवी शीरा के उपलब्ध अतिरिक्त भंडारण के इस्तेमाल की अनुमति देने की मांग कर रहा है।
गन्ने की उपज कम होने की आशंका में सरकार ने बीते हफ्ते ही चीनी मिलों को गन्ने के रस और शीरे से एथनॉल बनाने पर रोक लगा दी थी।
फिलहाल पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथनॉल मिलाया जाता है और सरकार 2025 तक इस मात्रा को दोगुना करने पर विचार कर रही है।
E20 Fuel Vehicles: भारत सरकार ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा देने की दिशा में लगातार काम कर रही है। इसी कड़ी में पीएम मोदी ने बेंगलुरु में इसका उद्घाटन किया है। आइए जानते हैं कि E20 Vehicles क्या है और कैसे तैयार किया जाता है?
भारत सरकार अब इथेनॉल बेस्ड फ्लेक्स गाड़ियों को प्रमोट कर रही है। सरकार की कोशिश EV के साथ इथेनॉल की कारें मार्केट में लानी है। ऐसे में आइए जानते हैं कि आने वाले समय में कौन सी इथेनलॉल बेस्ड फ्लेक्स कार भारत में आने जा रही है।
टोयोटा ब्राजील ने एफएफवी-एसएचईवी प्रौद्योगिकी की पेशकश की है। इसमें एक फ्लेक्स-ईंधन इंजन और एक इलेक्ट्रिक पावरट्रेन है। इसमें अधिक एथनॉल मिश्रण वाले ईंधन का उपयोग किया जा सकता है और इसकी ईंधन दक्षता भी अधिक होती है।
बिना इथेनॉल ब्लेंडिंग वाले पेट्रोल डीजल की बिक्री को हतोत्साहित करने के लिए सरकार ने 2 रुपये की एक्साइज ड्रयूटी लगाने का फैसला टाल दिया है। यह बढ़ोत्तरी 1 अक्टूबर से होने वाली थी। लेकिन अब पेट्रोल पर 1 महीना और डीजल पर 6 महीने की राहत दी गई है।
ई-20 पेट्रोल (पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण) कुछ जगहों पर अप्रैल, 2023 से उपलब्ध होगा। बाकी जगहों को 2025 तक इसमें शामिल किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि, भारत ने समय सीमा से पांच महीने पहले पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य हासिल कर लिया है।
भारत ने हाल ही में भारत ने तय लक्ष्य से पांच महीने पहले 10 प्रतिशत एथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य हासिल किया था। अब अगला लक्ष्य 2025-26 तक 20% ब्लेंडिंग का है। इसी दिशा में बढ़ते हुए सरकार यह रियायत देने की कोशिश कर रही है।
भारत दुनिया में अमेरिका, ब्राजील, यूरोपीय संघ और चीन के बाद एथनॉल का पांचवां सबसे बड़ा उत्पादक है।
मोदी सरकार ने इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी) प्रोग्राम के तहत ब्लेंडिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले इथेनॉल के लिए जीएसटी की दर को 18 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया है। बता दें कि, ईबीपी प्रोग्राम के तहत पेट्रोल में इथेनॉल को मिलाया जाता है।
2020-21 विपणन वर्ष (दिसंबर-नवंबर) में पेट्रोल में एथनॉल का मिश्रण 8 प्रतिशत पर पहुंच गया है और इसके अगले साल 10 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है। भारत ने 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का लक्ष्य तय किया है।
चीनी का कोटा उनके पास मौजूद स्टॉक, निर्यात प्रदर्शन और चीनी के एथनॉल में बदलने के आधार पर तय किया जाता है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि हम सभी वाहन निर्माताओं के लिए फ्लेक्स-फ्यूल इंजन बनाना अनिवार्य करने जा रहे हैं। यह ऐसे इंजन हैं जो एक से अधिक ईंधन पर चल सकते हैं।
भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि.(बीपीसीएल) ने पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की ओर से 27 अगस्त को पहला ईओआई प्रकाशित किया था। इसे 17 सितंबर को खोला गया। अभी इन बोलियां का आकलन किया जा रहा है।
अगले 2-3 सालों में 75000 पेट्रोल पंपों में से 50,000 पर ईवी चार्जर स्थापित किए जाएंगे। राजमार्गों और शहरों में चार्जिंग सुविधाएं स्थापित करने के लिए विभिन्न मंत्रालय और सरकारी विभाग मिलकर काम कर रहे हैं।
सभी निजी वाहन विनिर्माताओं से वाहन के सभी मॉडल और श्रेणियों में कम से कम 6 एयरबैग अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने की अपील
देश में इथेनॉल के सबसे बड़े उत्पादक के रूप में उत्तर प्रदेश का नाम पहले नंबर पर आया है।
एथेनॉल पेट्रोल की तुलना में बेहतर ईंधन है और यह एक आयात विकल्प, लागत प्रभावी, प्रदूषण-मुक्त और स्वदेशी है।
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