एस्सार समूह ने अपनी संपत्तियों को बेचकर अब तक 1.4 लाख करोड़ रुपए का कर्ज चुका दिया है और बचा 10-15 प्रतिशत कर्ज अगली दो तिमाहियों में चुका दिया जाएगा।
रूस की पेट्रोलियम कंपनी रोसनेफ्ट के स्वामित्व वाली एस्सार ऑयल लिमिटेड ने अपनी कॉरपोरेट पहचान बदलने के लिए अपना नाम और लोगो बदलने का निर्णय लिया है।
तेल मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत में इस समय कुल 60,799 पेट्रोल पंप हैं, जबकि साल 2011 के दौरान भारत में 41,947 पेट्रोल स्टेशन थे
एस्सार ग्रुप ने कहा है कि वह एस्सार ऑयल के पूर्व-शेयरधारकों को सूचीबद्धता समाप्ति मूल्य के अलावा 75.48 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से अतिरिक्त भुगतान करेगी
एस्सार ऑयल और रोसनेफ्ट का यह सौदा देश में अब तक हुआ सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश एफडीआई है तथा रूस का विदेश में किया गया सबसे बड़ा निवेश भी है
एस्सार समूह ने अपनी गुजरात स्थित रिफाइनरी एस्सार ऑयल को रूस की रोसनेफ्ट को बेचने की आखिरी बाधा भी दूर कर ली है।
प्राइवेट सेक्टर की देश की सबसे बड़ी इधन कंपनी एस्सार ऑयल की अगले 12 से 18 महीने में पेट्रोल पंप की संख्या दोगुनी कर 5,600 करने की योजना है।
जियो केबाद मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्री (आरआईएल) कुकिंग गैस रिटेलिंग (LPG गैस सिलेंडर) कारोबार में कूद गई है।
अरबपति भाई शशि और रवि रुइया ने अपने ग्रुप की कंपनी एस्सार ऑयल में 98 फीसदी हिस्सेदारी रूस की प्रमुख ऑयल कंपनी रोजनेफ्ट को बेचने की घोषणा की है।
Essar Oil ने अपने पेट्रोल पंप नेटवर्क का विस्तार करने की योजना बनाई है। कंपनी का लक्ष्य अगले 12 से 15 महीनों में पेट्रोल पंप की संख्या 5,000 करने का है।
एस्सार आयल ने नए रास्ते से ईरान को तेल बकाए का 50 करोड़ डॉलर का भुगतान किया है। इस तरह उसने अपने उपर कुल बकाया का 20 प्रतिशत चुका दिया है।
देश की निजी क्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी रिफाइनरी कंपनी एस्सार ऑयल की योजना अगले 18 महीने में पेट्रोल पंपों की संख्या बढ़ाकर दोगुना यानी 4,300 करने की है।
सार्वजनिक क्षेत्र की IOC, BPCL और BPCL ने निजी तेल शोधकों -RIL और एस्सार ऑयल- से संशोधित शर्तों पर फिर से पेट्रोल और डीजल खरीदने का समझौता किया है।
ईरान ने भारतीय तेल रिफाइनरी कंपनियों एस्सार ऑयल और एमआरपीएल से उसके कच्चे तेल के बकाए का भुगतान छह महीने में यूरो में करने को कहा है।
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