81 वर्षीय उद्योगपति शशि रुइया ने अपने भाई रविकांत रुइया (उर्फ रवि रुइया) के साथ मिलकर साल 1969 में मेटल से लेकर टेक्नोलॉजी तक के कारोबार से जुड़ी कंपनी एस्सार ग्रुप की स्थापना की थी।
कंपनी ने बताया कि 30 सितंबर, 2020 तक कंपनी में प्रवर्तकों और प्रवर्तक समूह की हिस्सेदारी 68.94 फीसदी थी और सभी वारंट को शेयर में बदलने के बाद यह हिस्सेदारी बढ़कर 72.05 फीसदी हो जाएगी।
एस्सार समूह ने अपनी संपत्तियों को बेचकर अब तक 1.4 लाख करोड़ रुपए का कर्ज चुका दिया है और बचा 10-15 प्रतिशत कर्ज अगली दो तिमाहियों में चुका दिया जाएगा।
इस्पात कंपनी एस्सार स्टील का अधिग्रहण करने के लिए टाटा स्टील, एस्सार समूह और आर्सेलर मित्तल समेत इस क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों ने दिलचस्पी दिखायी है।
एस्सार ग्रुप ने कहा है कि वह एस्सार ऑयल के पूर्व-शेयरधारकों को सूचीबद्धता समाप्ति मूल्य के अलावा 75.48 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से अतिरिक्त भुगतान करेगी
एस्सार समूह ने अपनी गुजरात स्थित रिफाइनरी एस्सार ऑयल को रूस की रोसनेफ्ट को बेचने की आखिरी बाधा भी दूर कर ली है।
रुइया के स्वामित्व वाले एस्सार ग्रुप ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से 4,000 करोड़ रुपए का रिफंड मांगा है।
Essar Group ने सोमवार को अपनी BPO कंपनी Aegis Ltd को सिंगापुर स्थित प्राइवेट इक्विटी फंड मैनेजर कैपिटल स्क्वायर पार्टनर्स को बेचने की घोषणा की है।
निजी क्षेत्र की बंदरगाह परिचालक कंपनी एस्सार पोर्ट्स अपने गुजरात के हजीरा स्थित बंदरगाह की लदान क्षमता बढ़ाने के लिए 750 करोड़ रुपए का निवेश करेगी।
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