श्रम मंत्रालय जल्द कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के कोष का 15 प्रतिशत तक शेयरों में निवेश करने के लिए केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) की बैठक बुलाएगा।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों एफपीआई ने कराधान को लेकर स्पष्टता के बीच इस महीने अब तक भारतीय पूंजी बाजारों में 14,600 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है।
इनकम टैक्स बचाने के साथ-साथ आप 40 फीसदी तक का सालाना रिटर्न पा सकते हैं। टैक्स सेविंग के लिए ELSS चुन कर आप दोहरा लाभ उठा सकते हैं। लॉक-इन अवधि भी 3 साल है।
भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवा निर्यात करने वाली TCS ने गुरुवार को घोषणा की है कि उसका बोर्ड 20 फरवरी को शेयर पुनर्खरीद प्रस्ताव पर विचार करेगा।
अगले सप्ताह भारतीय शेयर बाजार के कारोबार की दिशा व्यापक आर्थिक आंकड़े के साथ विभिन्न कंपनियों के तिमाही नतीजों की आखिरी खेप तय करेगी।
वैश्विक ब्रोकरेज कंपनी मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि तेजडि़या परिदृश्य में इस साल दिसंबर तक बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 39,000 अंक के स्तर पर पहुंच सकता है।
निवेशकों ने जनवरी माह में म्यूचुअल फंड की विभिन्न योजनाओं में 54,000 करोड़ रुपए का निवेश किया। आय व इक्विटी कोषों से जुड़ी योजनाओं में अधिक निवेश किया गया।
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 198.76 अंकों की तेजी के साथ 28,439.28 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 60.10 अंकों की तेजी के साथ 8,801.05 पर बंद हुआ।
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के नतीजे, आईआईपी आंकड़े और कंपनियों के तिमाही परिणाम आगामी सप्ताह शेयर बाजार की दिशा निर्धारित करेंगे।
वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा 2017-18 का आम बजट पेश होने से बाजार का रुख तय होगा। इसके साथ ही आर्थिक आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रूझान पर रहेगी नजर।
पिछले सप्ताह की गिरावट के बाद इस सप्ताह भी बाजार में उथलपुथल का दौर जारी रहने की उम्मीद है। गुरुवार को गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में शेयर बाजार बंद रहेंगे।
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 50.11 अंकों की तेजी के साथ 27,288.17 पर और निफ्टी 12.45 अंकों की तेजी के साथ 8,412.80 पर बंद हुआ। निफ्टी में 12.45 अंकों की तेजी।
विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजारों से इस महीने अभी तक 3,800 करोड़ रुपए की निकासी की है। अन्य उभरते बाजारों की तुलना में देश में वृद्धि कम रहने की संभावना।
विशेषज्ञों के अनुसार, टीसीएस और इंफोसिस जैसी अग्रणी कंपनियों के तिमाही परिणाम तथा आर्थिक आंकड़ों की घोषणाएं शेयर बाजार की दिशा निर्धारित करेंगी।
बैंकिंग, वित्तीय और एमएमसीजी कंपनियों के शेयरों पर सबसे ज्यादा दबाव देखा गया। सेंसेक्स 31.01 अंक गिरकर 26, 595.45 पर बंद हुआ। निफ्टी में भी गिरावट।
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 155.47 अंकों की तेजी के साथ 26,366.15 पर और निफ्टी 68.75 अंकों की तेजी के साथ 8,103.60 पर बंद हुआ। निफ्टी 8100 के पार पहुंचा।
सेंसेक्स 233.60 अंकों की गिरावट के साथ 25,807.10 पर और निफ्टी 77.50 अंकों की गिरावट के साथ 7,908.25 पर बंद हुआ। रियल्टी में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई।
कंपनियों ने मौजूदा वर्ष में अपने कारोबार के लिए पूंजी जरूरत के लिए बाजार सै पैसा जुटाने को तरजीह दी और लगभग 6.3 लाख करोड़ रुपए जुटाए।
बीते सप्ताह बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स की टॉप दस में से सात कंपनियों के मार्केट कैप (बाजार पूंजीकरण) में 44,928 करोड़ रुपए की गिरावट आई।
भारतीय शेयर बाजार में अगले सप्ताह उथल-पुथल रह सकती है। इस दौरान निवेशकों की नजर दिसंबर महीने के वायदा एवं विकल्पा (एफएंडओ) निपटान पर नजर रहेगी।
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