पिछले सप्ताह की गिरावट के बाद इस सप्ताह भी बाजार में उथलपुथल का दौर जारी रहने की उम्मीद है। गुरुवार को गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में शेयर बाजार बंद रहेंगे।
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 50.11 अंकों की तेजी के साथ 27,288.17 पर और निफ्टी 12.45 अंकों की तेजी के साथ 8,412.80 पर बंद हुआ। निफ्टी में 12.45 अंकों की तेजी।
विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजारों से इस महीने अभी तक 3,800 करोड़ रुपए की निकासी की है। अन्य उभरते बाजारों की तुलना में देश में वृद्धि कम रहने की संभावना।
विशेषज्ञों के अनुसार, टीसीएस और इंफोसिस जैसी अग्रणी कंपनियों के तिमाही परिणाम तथा आर्थिक आंकड़ों की घोषणाएं शेयर बाजार की दिशा निर्धारित करेंगी।
बैंकिंग, वित्तीय और एमएमसीजी कंपनियों के शेयरों पर सबसे ज्यादा दबाव देखा गया। सेंसेक्स 31.01 अंक गिरकर 26, 595.45 पर बंद हुआ। निफ्टी में भी गिरावट।
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 155.47 अंकों की तेजी के साथ 26,366.15 पर और निफ्टी 68.75 अंकों की तेजी के साथ 8,103.60 पर बंद हुआ। निफ्टी 8100 के पार पहुंचा।
सेंसेक्स 233.60 अंकों की गिरावट के साथ 25,807.10 पर और निफ्टी 77.50 अंकों की गिरावट के साथ 7,908.25 पर बंद हुआ। रियल्टी में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई।
कंपनियों ने मौजूदा वर्ष में अपने कारोबार के लिए पूंजी जरूरत के लिए बाजार सै पैसा जुटाने को तरजीह दी और लगभग 6.3 लाख करोड़ रुपए जुटाए।
बीते सप्ताह बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स की टॉप दस में से सात कंपनियों के मार्केट कैप (बाजार पूंजीकरण) में 44,928 करोड़ रुपए की गिरावट आई।
भारतीय शेयर बाजार में अगले सप्ताह उथल-पुथल रह सकती है। इस दौरान निवेशकों की नजर दिसंबर महीने के वायदा एवं विकल्पा (एफएंडओ) निपटान पर नजर रहेगी।
सेंसेक्स सुबह 9.38 बजे 88.51 अंकों की गिरावट के साथ 26,401.05 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 24.40 अंकों की कमजोरी के साथ 8,115.05 पर कारोबार करते देखे गए।
सेंसेक्स की टॉप 10 में से छह कंपनियों के मार्केट कैप (बाजार पूंजीकरण) में पिछले सप्ताह 38,221 करोड़ रुपए की गिरावट आई। सबसे अधिक नुकसान में कोल इंडिया रही।
शेयर बाजार की बात करें तो सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों पर निवेशकों की नजर होगी। दिसंबर के मध्य में ईंधन की कीमतों में संशोधन किया जाना है।
BSE का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 182 अंक बढ़कर 26698 पर और निफ्टी 51 अंक बढ़कर 8222 पर बंद है। वहीं, डेन नेटवर्क का शेयर 20% के ऊपरी सर्किट पर बंद हुआ है।
आगामी सप्ताह निवेशकों की नजर घरेलू और वैश्विक आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रूझान, एफपीआई और डीआईआई, डॉलर की की चाल, कच्चे तेल की कीमतों पर रहेंगी।
सेंसेक्स शुरुआत में जोरदार बढ़त पर था पर यह तेजी बाद में कायम नहीं रह सकी मुनाफावसूली के चलते लाभ सीमित हो गया। सेंसेक्स 43.66 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ।
आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा, वृहद आर्थिक आंकड़ों और प्रमुख वैश्विक घटनाक्रमों से इस सप्ताह शेयर बाजार की दिशा तय होगी। विशेषज्ञों ने यह राय जताई है।
बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स की टॉप दस कंपनियों में से पांच के मार्केट कैप में 26,140 करोड़ रुपए की कमी आई है। सबसे ज्यादा नुकसान टीसीएस को हुआ है।
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार में जोरदार गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 1.7 फीसदी और 1.8 फीसदी गिरकर बंद हुआ है। सेंसेक्स 26,000 के नीचे बंद।
वित्तीय सेवा कंपनी HSBC ने दिसंबर 2016 के लिए अपने 29,000 अंक के सेंसेक्स के लक्ष्य को कायम रखा है। भारत अन्य एशियाई बाजारों की तुलना में कम फंसेगा।
लेटेस्ट न्यूज़