Rule Change From 1 April: एक अप्रैल से कई अहम नियम बदलने जा रहे हैं। जिनका असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा। इसमें इनकम टैक्स, ईपीएफओ के साथ कई नियम शामिल है।
जोड़े गए नए सदस्यों में 18-25 साल की आयु वर्ग के अधिकांश सदस्य हैं। इनकी संख्या जनवरी 2024 में जोड़े गए कुल नए सदस्यों का 56.41 प्रतिशत है।
EPF अकाउंट में सीमित संख्या में आप बदलाव कर सकते हैं। इसमें बदलाव करने के स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस के बार में हम इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं।
जोड़े गए कुल नए सदस्यों में 18-25 आयु वर्ग की हिस्सेदारी 57.18 प्रतिशत है। इससे पता चलता है कि देश के संगठित क्षेत्र के कार्यबल में शामिल होने वाले अधिकांश सदस्य युवा हैं।
ईपीएफओ की एम्प्लॉइज डिपोजिट लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम के तहत ईडीएलआई के लिए अंशदान कंपनी देती है जो सैलरी (जिस पर मेंबर का पीएफ कटता है) का 0.50 प्रतिशत हिस्सा होता है।
मार्च 2022 में ईपीएफओ ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए ब्याज दर को घटाकर 8.10 प्रतिशत कर दिया था, जो 1977-78 के बाद सबसे कम थी। उस समय पीएफ पर ब्याज दर 8 फीसदी थी।
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जे ने कहा कि वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) के खिलाफ कार्रवाई लगातार नियमों का अनुपालन नहीं करने के कारण की गयी है। इसके बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि 29 फरवरी के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक का लाइसेंस हमेशा के लिए रद्द हो सकता है।
आप आसानी से भारत सरकार के उमंग ऐप के माध्यम से चुटकियों में ईपीएफ बैलेंस पता कर सकते हैं। इसका पूरा प्रोसेस हम इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं।
EPFO की ओर से जारी सर्कुलर में बताया गया है कि आधार का उपयोग जन्मतिथि अपडेट के लिए नहीं किया जा सकेगा। यूआईडीएआई से पत्र मिलने के बाद ईपीएफओ ने ये कदम उठाया है।
ऑनलाइन अप्लाई करने की सुविधा 26 फरवरी, 2023 को शुरू की गई थी जिसे दो बार आगे बढ़ाते हुए 11 जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया गया था।
श्रम और रोजगार मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों में कहा गया कि ईपीएफओ ने अक्टूबर में 1.53 मिलियन शुद्ध सदस्य जोड़े। ईपीएफओ के पेरोल डेटा को औपचारिक क्षेत्र के रोजगार सृजन का एक हाई फ्रीक्वेंसी संकेतक माना जाता है।
EPFO की ओर से अलग-अलग कारणों के चलते क्लेम रिजेक्ट कर दिया जाता है, जिनके बारे में हम इस आर्टिकल में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
ईपीएफओ ने 2016-17 में ईटीएफ में 14,983 करोड़ रुपये, 2017-18 में 24,790 करोड़ रुपये, 2018-19 में 27,974 करोड़ रुपये, 2019-20 में 31,501 करोड़ रुपये और 2020-21 में 32,071 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
पीएफ अकाउंट होल्डर ईपीएफओ की ऑफिशियल वेबसाइट के जरिये अपना पीएफ नामांकन आसानी से ऑनलाइन जमा कर सकता है। ईपीएफओ खाताधारकों को अपने परिवार के सदस्यों की सामाजिक सुरक्षा और कल्याण के लिए नॉमिनेशन ऐड करने की अनुमति देता है।
संगठित क्षेत्र में रोजगार में वृद्धि देखने को मिली है। सितंबर में ईपीएफओ ने 17.21 लाख सदस्यों को जोड़ा है। सबसे अधिक सदस्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात और हरियाणा में जुड़े।
EPFO की ओर से ब्याज क्रेडिट करना शुरू किया जा चुका है। आप आसानी से उमंग ऐप, ईपीएफओ के मोबाइल पर मिड्स कॉल और एसएमएस करके आसानी से बैलेंस जान सकते हैं।
EPFO Rules for Advance: ईपीएफओ की ओर से अपने सदस्यों को शादी, शिक्षा, घर बनाने, होम लोन चुकाने और बेरोजगार होने पर एडवांस निकासी की सुविधा दी जाती है। इस आर्टिकल में हम इन सभी के लिए पीएफ से पैसा निकासी के नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं।
EPFO की ओर से हर सदस्य को पेंशन और बीमा जैसे लाभ दिए जाते हैं। सदस्य मृत्यू होने पर पीएफ में नॉमिनी न होने पर ये लाभ किसे मिलेंगे। आइए जानते हैं विस्तार से...
पीएफ अकाउंट में अगर अंशदान 2.50 लाख रुपये से ज्यादा है तो उस पर मिलने वाले ब्याज पर इनकम टैक्स लगता है।
EPFO की ओर से कई बार सदस्यों द्वारा दाखिल किए गए क्लेम को रिजेक्ट कर दिया जाता है। इसकी वजह आपके खाते में ई-नॉमिनेशन न होना भी हो सकती है। आप आसानी से ऑनलाइन घर बैठे ईपीएफओ में ई-नॉमिनेशन जोड़ सकते हैं।
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