इस सुविधा की शुरुआत करने के लिए ईपीएफओ, आरबीआई और प्रमुख बैंकों के साथ सलाह-मशवरा करने जा रहा है, ताकि इस सिस्टम को आखिर कैसे स्थापित किया जा सकता है। इस पर एक रोडमैप तैयार किया जा सके।
नियोक्ता/कंपनी न सिर्फ पीएफ फंड में योगदान करता है, बल्कि कर्मचारी की पेंशन के लिए भी जरूरी योगदान करता है जिसका इस्तेमाल कर्मचारी द्वारा रिटायरमेंट के बाद किया जा सकता है।
अक्टूबर से स्पाइसजेट अपने आंतरिक नकदी प्रवाह का इस्तेमाल अपने वैधानिक दायित्वों को पूरा करने के लिए कर रही है। इसमें भविष्य निधि और टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) पेमेंट भी शामिल हैं।
फॉर्म 13 का इस्तेमाल कर्मचारी की पिछली नौकरी से वर्तमान नौकरी में पीएफ राशि को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है। इससे पीएफ का सारा पैसा एक खाते में रखने में मदद मिलती है।
सुमिता डावरा ने बताया कि अगले साल जनवरी में आईटी 2.1 अपग्रेड लागू होने की उम्मीद है, जिसके बाद ईपीएफओ का आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर देश के बैंकिंग सिस्टम जैसा हो जाएगा। जिससे ईपीएफओ मेंबर और पेंशनर कम से कम मानवीय हस्तक्षेप के साथ अपने ईपीएफ खाते में जमा पैसों का एक्सेस मिल जाएगा।
वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में रोजगार से जुडी प्रोत्साहन योजना के लिए तीन योजना ए,बी और सी की घोषणा की गई थी। इसमें 2 लाख करोड़ रुपये के खर्च के साथ 5 साल में 4.1 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार, कौशल और दूसरे मौके पैदा करने का टार्गेट रखा गया है।
इस बीच, ईपीएफओ ने स्पष्ट किया है कि अगर सदस्यों के पास पहले से यूएएन नहीं है तो उन्हें यूएएन अनिवार्य रूप से जनरेट करना होगा।
ईपीएफओ के मुताबिक, कोई भी व्यक्ति अपने बंद पड़े खाते को दोबारा शुरू करा सकता है और खाते में जमा पैसों का एक्सेस प्राप्त कर सकता है। अगर आपका खाता UAN न होने की वजह से बंद हो गया है तो आपको ईपीएफओ के दफ्तर जाना होगा और यूएएन नंबर के लिए अप्लाई करना होगा।
PF कटने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। जल्द ही उन्हें पीएफ योगदान पर ज्यादा पेंशन पाने का मौका मिल सकता है। इसके लिए श्रम मंत्रालय नियम में बदलाव की तैयारी कर रहा है।
कर्मचारियों को अपनी पुरानी नौकरी छोड़ते समय नया UAN बनाने की आवश्यकता नहीं होती है। एक सदस्य के पास एक से अधिक UAN नहीं हो सकते। बेरोज़गारी या नौकरी बदलने की स्थिति में नए UAN की कोई आवश्यकता नहीं है।
ईपीएफओ ने सितंबर, 2024 के लिए अस्थायी ‘पेरोल’ आंकड़ा जारी किया है। इसके तहत उसकी समाजिक सुरक्षा योजना से शुद्ध रूप से 18.81 लाख मेंबर जुड़े। यह सितंबर, 2023 की तुलना में 9.33 प्रतिशत अधिक है।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया ने पिछले सप्ताह कर्मचारी पेंशन योजना 1995 के तहत सीपीपीएस के पायलट रन के सफल समापन की घोषणा की थी।
ईपीएफओ सदस्य की मृत्यु पर, पेंशन स्वचालित रूप से पति/पत्नी (विधवा/विधुर) को वितरित की जाएगी। इसके अलावा, बच्चे 25 वर्ष की आयु तक लाभ प्राप्त करने के हकदार हैं, एक समय में अधिकतम 2 बच्चे हो सकते हैं।
PF and ESIC: ये सुविधाएं सामाजिक सुरक्षा के तहत कर्मचारियों को दी जाती हैं। सरकार कर्मचारियों को बेहतर सुरक्षा देने के लिए इसको बेहतर बना रही है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा जारी अगस्त, 2024 के अस्थायी पेरोल आंकड़ों के अनुसार, अगस्त 2024 में 18.53 लाख सदस्यों की शुद्ध वृद्धि हुई, जो सालाना 9.07 प्रतिशत की वृद्धि है।
साल 1976 में शुरू की गई ईडीएलआई योजना का मकसद कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के सदस्यों को बीमा लाभ प्रदान करना है ताकि सदस्य की मृत्यु के मामले में हर सदस्य के परिवार को कुछ वित्तीय सहायता सुनिश्चित की जा सके।
ईपीएफओ बेरोजगारी के एक महीने बाद फंड का 75% निकालने और नई नौकरी के बाद शेष 25% को नए ईपीएफ खाते में ट्रांसफर करने की अनुमति देता है।
पीपीएफ में आप सालाना 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। पीपीएफ में आंशिक निकासी 7 साल बाद कर सकते हैं, जबकि वीपीएफ में आंशिक निकाली 5वें साल कर सकते हैं।
ईपीएफओ के अनुसार, ईपीएफ दावे को संसाधित करने और आवेदक के बैंक खाते में राशि स्थानांतरित करने में लगभग 15-20 दिन लगते हैं।
जुलाई में ईपीएफओ द्वारा 4.41 लाख महिला सदस्य जोड़े गए, जिनमें 3.05 लाख नई सदस्य शामिल हैं। मंत्री ने बताया कि महिला रोजगार में भी वृद्धि हुई है।
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