अगर आप कार खरीदने की तैयारी कर रहे हैं तो यह महत्वपूर्ण खबर आपके लिए है। बता दें कि रियल ड्राइविंग एमिशन के नए एमिशन नॉर्म्स 1 अप्रैल, 2023 से लागू हो रहे हैं, जिसके बाद कुछ कारें बंद हो जायेगी।
सीएएफई लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में ऑटो निर्माता कंपनियों को एक प्रभावी पावरट्रेन विकल्प की तलाश करनी होगी, जिसके लिए अतिरिक्त निवेश की आवश्यकता होगी।
इंडस्ट्री के मुताबिक लॉकडाउन और भारत-चीन तनाव की वजह से मुश्किलें काफी बढ़ गईं
कार बनाने वाली जापानी कंपनी होंडा मोटर कंपनी अगले तीन साल में भारतीय बाजार में छह नए मॉडल पेश करेगी। लेकिन इसमें कोई भी इलेक्ट्रिक वाहन नहीं होगा।
ट्रैक्टर और निर्माण उपकरण वाहन बीएस 3 पर उच्चतम न्यायालय द्वारा लगाई गई पाबंदी के शिकार बन गए हैं। आरटीओ ने उनका पंजीकरण करने से मना कर दिया है।
टाटा मोटर्स ने BS-IV मानकों वाले दो इंजन तैयार किए हैं। एससीआर सेलेक्टिव कैटालिटिक रिडक्शन और ईजीआर एक्जॉस्ट गैस रीसर्कुलेशन तकनीकों का उपयोग किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अहम फैसला सुनाते हुए कहा कि एक अप्रैल, 2017 से BS-III वाहन मानक वाले वाहन भारत में नहीं बेचे जाएंगे।
ऑटोमोबाइल कंपनियों ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि बीएस-तीन उत्सर्जन मानक वाले मौजूदा दोपहिया और चार पहिया वाहनों को बीएस-चार के अनुरूप बदलना संभव नहीं है।
टाटा मोटर्स जल्द ही अपनी लखटकिया कार नैनो को बाय-बाय कर सकती है। ऐसा नए सुरक्षा नियमों के लिए यात्री वाहन उत्पादों का पोर्टफोलियो तैयार करने से होगा।
ऑटो इंडस्ट्री आगामी एक अप्रैल से देशभर में भारत चरण-चार (BS-IV) उत्सर्जन नियमों के अनुपालन वाली गाड़ियों का उत्पादन शुरू करने को तैयार है।
केंद्र सरकार BS-VI उत्सर्जन नियम को 2020 से लागू करने की तैयारी में है। इसको देखते हुए वाहन कंपनियां नए नियम के हिसाब से अपने इंजन में बदलाव कर रही हैं।
चीन के हालात भारत से भी ज्यादा बदतर है। अब चीन में साफ हवा भी जार और कनस्तर में भरकर बेची जा रही है। ब्रिटेन और कनाडा की दो कंपनियां इसकी सप्लाई कर रही हैं
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