इंजीनियरिंग और निर्माण क्षेत्र की शीर्ष कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) ने तमिलनाडु में डेटा केंद्र स्थापित करने के लिए राज्य सरकार के साथ एक समझौता किया है।
तमिलनाडु में कंपनी के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक व्हीकल प्रोडक्शन सुविधा का अनौपचारिक उद्घाटन मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा किया गया।
डार्विन EVAT ने स्कूटरों की कीमत अपने प्रतिस्पर्धी से कम रखी हैं तथा डार्विन- D-5, D- 7 और D-14 की कीमतें 1 लाख रुपये से कम होंगी। इनकी कीमत वास्तव में मात्र 68,000 रुपये से 86,000 रुपये के बीच ही है।
हले स्तर के शहरों में दिल्ली, मुंबई और बैंगलुरू में ई-स्कूटरों की मांग सबसे ज़्यादा रही, जिसके बाद अहमदाबाद, हैदराबाद, पुणे, चेन्नई और कोलकाता में भी अच्छी मांग दर्ज की गई।
राजस्थान में बिजली महंगी हो गई है। कोयले ने उपभोक्ताओं पर आर्थिक भार बढ़ा दिया है। राज्य में डिस्कॉम के फ्यूल सरचार्ज लगाने के बाद कीमतों में वृद्धि हुई है।
केन्द्रीय मंत्री के मुताबिक इस समय हमारे वाहन उद्योग का कारोबार 7.5 लाख करोड़ रुपये है। पांच साल के भीतर यह 15 लाख करोड़ से अधिक हो जाएगा
कंपनी ने अपनी वृद्धि को तेज करने के लिए या तो निजी इक्विटी निवेशकों को लाने या अपने ईवी कारोबार को एक अलग इकाई का रूप देने के विकल्प को खुला रखा है।
कंपनी ने कहा कि वह भारत के प्रमुख शहरों में अपने रिटेल आउटलेट्स का विस्तार कर रही है और अब 19 शहरों में इसके 22 एक्सपीरिएंस सेंटर मौजूद हैं।
हल्लेकेरे ने बताया कि कंपनी अपना पहला ई-स्कूटर इस महीने के अंत में पेश करेगी और इसकी आपूर्ति अगले वर्ष फरवरी से शुरू की जायेगी।
कंपनी के वाइस चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एस रमन रेड्डी ने कहा कि पायलट चरण के बाद अगले कुछ महीनों में करीब 200 डीजल वाहनों को इस प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने की योजना है।
आईओसी की योजना हर 25 किलोमीटर पर 50 किलोवॉट के ईवी चार्जिंग स्टेशन और हर 100 किलोमीटर पर 100 किलोवॉट के हेवी-ड्यूटी चार्जर स्थापित करने की है
अधिसूचना में राज्य सरकार ने बैटरी से चलने वाले वाहनों के लिए मोटर वाहन करों और पंजीकरण शुल्क में 100 प्रतिशत छूट की घोषणा की।
बाजार की स्थितियों, बुनियादी ढांचे की उपलब्धता और बैटरी की कीमतों के आधार पर, कंपनी 2025 से पहले ईवी लॉन्च कर सकती है।
ईबाइकगो ने अपना पहला इलेक्ट्रिक मोटो स्कूटर अगस्त में उतारा था। रग्ड को उतारने के बाद कंपनी ने देशभर में 22 डीलरशिप के साथ भागीदारी की है। कंपनी ने कहा, ‘‘उसे आज की तारीख तक 1,000 करोड़ रुपये की 1,06,650 बुकिंग मिली हैं।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी ने अपने इलेक्ट्रिक वाहन का भारत में परीक्षण शुरू कर दिया है, ओगाता ने कहा, ‘‘आधिकारिक रूप से ऐसा नहीं किया गया है। लेकिन दिवाली के बाद हम अपने डीलरों के साथ इसकी व्यवहार्यता पर अध्ययन करेंगे।’’
केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2029-30 तक देश में कुल 1.48 करोड़ इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री करने का लक्ष्य तय किया है। पिछले नौ वर्षों के दौरान देश में कुल 7,59,182 इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई है
केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में 13 अक्टूबर तक पूर्वी क्षेत्र में बिजली उत्पादन 8.48 प्रतिशत की दर से बढ़ा, जबकि इस दौरान अन्य क्षेत्रों में लगभग पांच प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
13 अक्टूबर की रिपोर्ट के मुताबिक खानों से दूर स्थित ऐसे संयंत्र जिनके पास चार दिन से कम का कोयला स्टॉक था, उनकी संख्या घटकर 64 रह गई है। आठ अक्टूबर को यह संख्या 69 थी।
सितंबर में भारत में 34349 इलेक्ट्रिक वाहन बिके, जबकि मई में यह संख्या मात्र 3311 थी। वित्तीय वर्ष 2020-21 में क़रीब 144,000 इलेक्ट्रिक स्कूटर बिके और 88,000 से कुछ ज़्यादा इलेक्ट्रिक ऑटोरिक्शा की बिक्री हुई।
इंडियन एनर्जी एक्सचेंज के जरिये निजी कंपनियों ने सिर्फ तीन दिन के अंदर देश भर में मनमानी दरों पर बिजली बेचकर 840 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है।
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