बीते सालों में कोविड की वजह से सबसे ज्यादा शैक्षणिक जगत प्रभावित हुआ है, जहां स्कूल बंद होने से शिक्षक, छात्र, संस्थान आदि बुरी तरह प्रभावित हुये हैं। दूसरी ओर 1 फरवरी, 2023 को आगामी बजट प्रस्तुत किया जा रहा है, जहां शिक्षा जगत की उम्मीदें टिकी हुई हैं।
विजडमजॉब्स डॉट कॉम की सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक देश में ज्यादातर कर्मचारी अपने सैलरी स्ट्रक्चर से असंतुष्ट है।
There are countries which offer almost free education to international students. the list includes Germany, France, Belgium, Sweden, Spain, Norway, Austria
भारत में 100,000 से ज्यादा स्कूल केवल एक शिक्षक के भरोसे हैं, जो कि सरकार और अन्य सभी प्रतिभागियों के लिए एक खतरे की घंटी है।
हर मां-बाप का सपना होता है कि उसका बच्चा उच्च शिक्षा प्राप्त करे, लेकिन महंगें एजुकेशन लोन के इस दौर मे भारी-भरकम फीस की व्यवस्था कर पाना सभीआसान नहीं।
शिक्षा क्षेत्र वित्त वर्ष 2016-17 में बढ़कर 7.8 लाख करोड़ रुपए हो जाने की संभावना है, मांग आपूर्ति को ध्यान में रखते हुए इसमें वृद्धि की व्यापक संभावना है।
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