Here is the list of 10 most richest countries in the world. the list is based on PPP or per capita income of the people in that particular country.
भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की वृद्धि दर जून में समाप्त तिमाही के दौरान निर्यात, मांग की स्थिति अच्छी न होने और लोन की लागत अधिक होने के कारण घट सकती है।
चीन का औद्योगिक उत्पादन अप्रैल में पिछले माहीने के मुकाबले घटा है। आधिकारिक तौर पर जारी इन आंकड़ों में स्थिती में सुधार की बात भी की गई है।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे गति पकड़ रही है और इस साल इसके 7.3 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है।
रेटिंग एवं विश्लेषण फर्म इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने का अनुमान है कि मार्च की औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि 1.9 फीसदी रहेगी।
IMF ने इस साल भारत की आर्थिक वृद्धि दर के 7.5 फीसदी रहने के अपने पहले के अनुमान को बनाए रखा है। उसका कहना है कि वृद्धि को मुख्यत: निजी उपभोग से मदद मिलेगी।
एशियाई विकास बैंक के अध्यक्ष ने कहा कि भारत सहित कुछ देशों में जीडीपी की मजबूत वृद्धि से 2016 में एशियाई अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 5.7 प्रतिशत रहेगी।
भारत 2032 तक 10 लाख करोड़ डॉलर की इकोनॉमी बनना चाहता है। दूसरे शब्दों में इसे कहें तो भारत 16 सालों में वहां पहुंचना चाहता है, जहां आज चीन खड़ा है।
IMF की प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्ड ने आज कहा कि मजबूत वृद्धि और वास्तविक आय में वृद्धि के साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत आकर्षक स्थल बना हुआ है।
यूरोपीय संघ (EU) से ब्रिटेन के बाहर निकलने से विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को गंभीर झटका लग सकता है। CBI की ओर से जारी रिपोर्ट में यह चेतावनी दी गई है।
भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट 2016-17 के दौरान 7.5 फीसदी रहने का अनुमान है। मूडीज के मुताबिक चीन में आई मंदी जैसी समस्या से निपटने के लिए भारत तैयार है
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (टीआई) की रिपोर्ट “करप्शन परसेप्शंस इंडेक्स 2015” में दुनिया की दो-तिहाई देशों को 100 में से 50 अंक से भी कम दिया गया है।
भारत वर्ष 2016 में 7.3 फीसदी वृद्धि हासिल कर दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज वृद्धि दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्था होगी।
क्रूड की कीमतों में गिरावट और गहराती जा रही है। बुधवार को क्रूड 2003 के बाद पहली बार 27 डॉलर के नीचे फिसल गया। इस साल कीमत 25 फीसदी से अधिक गिर चुकी है।
रघुराम राजन ने कहा सेंट्रल बैंक अकेले दुनिया को नहीं बदल सकते। सरकारों को विश्व अर्थव्यवस्था की दीर्घकालीन वृद्धि के लिए आधारभूत मसौदा तैयार करना चाहिए।
भारतीय इकोनॉमी के समक्ष वादों और योजनाओं का क्रियान्वयन प्रमुख चुनौती है। यदि यह वादों को पूरा करता है तो यह कारोबार करने के लिहाज से बेहतर स्थल होगा।
दुनियाभर में लोगों ने यह भरोसा जताया है कि 2016 में इकोनॉमिक ग्रोथ 2015 की तुलना में काफी बेहतर रहेगी। ऐसा एंड ऑफ द इयर सर्वे के परिणाम बता रहे हैं।
मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम का मानना है कि इंडियन इकोनॉमी दुनिया की दूसरी अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले कहीं अधिक मजबूती के साथ खड़ी है।
भारत में आतंकवादी अटैक का अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मूडीज का अध्ययन बताता है कि अटैक से आर्थिक गतिविधियां उल्लेखनीय रूप से कमजोर हुई हैं।
भारत के विश्व की सबसे तेज वृद्धि दर्ज करने वाली इकोनॉमी बने रहने की भी संभावना है। इस लिहाज से यह अपने दक्षिण एशियाई आर्थिक प्रतिद्वंद्वी चीन से आगे रहेगा।
लेटेस्ट न्यूज़