जी-20 के वित्त प्रमुखों ने कहा कि ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने (ब्रेक्जिट) के निर्णय से वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिये जोखिम बढ़ा है।
ICD का कहना है कि सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बने रहने के साथ ही मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की वृद्धि दर 7.5 फीसदी बने रहने की उम्मीद है।
भारतीय अर्थव्यवस्था ने वित्त वर्ष 2015-16 में 7.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। आंकड़ों के मुताबिक चौथी तिमाही के दौरान आर्थिक विकास दर 7.9 फीसदी रही।
भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की वृद्धि दर जून में समाप्त तिमाही के दौरान निर्यात, मांग की स्थिति अच्छी न होने और लोन की लागत अधिक होने के कारण घट सकती है।
रेटिंग एवं विश्लेषण फर्म इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने का अनुमान है कि मार्च की औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि 1.9 फीसदी रहेगी।
लेटेस्ट न्यूज़