वित्तमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह का कार्यकाल काफी उठापटक वाला था। मनमोहन सिंह ने साल 1994 के अपने बजट में सर्विट टैक्स के टर्म को भारत के सामने रखा।
आंकड़ों की बात करें तो आजादी से लेकर अब तक कुछ 26 वित्त मंत्रियों ने कार्यभार संभाला है। मोरारजी देसाई द्वारा रिकार्ड 10 बार बजट प्रस्तुत किया गया।
1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली एनडीए सरकार का तीसरा पूर्ण बजट पेश करेंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं बजट में तमाम लेखा-जोखा कौन तैयार करता है।
2017 का बजट बेहद अलग होने जा रहा है। इस बार न सिर्फ बजट की तारीखों में बदलाव किया गया है, वहीं इस साल से रेल बजट इतिहास में दर्ज हो जाएगा।
बजट सिर्फ घोषणाओं का एक दस्तावेज भर नहीं होता, बल्कि इसमें काफी कुछ शामिल होता है, जो भविष्य की योजनाओं का भी रोडमैप तैयार करता है।
बजट भाषण के दौरान देश के वित्त मंत्री ऐसे ही तमाम शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। हम आपको बताते हैं इन शब्दों का मतलब क्या होता है।
2016-17 उतारचढ़ाव वाला सफर था। उम्मीदें ज्यादा थीं। देश से भी और उसे चलाने वाले शख्स प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी टैक्स बड़े सुधारों की आशा थी।
विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजारों से इस महीने अभी तक 3,800 करोड़ रुपए की निकासी की है। अन्य उभरते बाजारों की तुलना में देश में वृद्धि कम रहने की संभावना।
नव विकास बैंक (एनडीबी) के अध्यक्ष व प्रमुख भारतीय बैंकर केवी कामथ का कहना है कि ब्रिक्स देश खुद को आर्थिक ताकत के रूप में स्थापित कर रहे हैं।
विश्वबैंक के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ रेट 7 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। पहले यह अनुमान 7.6 फीसदी का था।
नोटबंदी के बाद 25,000 करोड़ रुपए का नकदी आधारित लेनदेन डिजिटल हो गया है। यानी इस तरह का लेनदेन अब डिजिटल माध्यमों से हुआ।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से दिसंबर अवधि में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर वसूली में अच्छी वृद्धि हुई है।
विशेषज्ञों के अनुसार, टीसीएस और इंफोसिस जैसी अग्रणी कंपनियों के तिमाही परिणाम तथा आर्थिक आंकड़ों की घोषणाएं शेयर बाजार की दिशा निर्धारित करेंगी।
देश के मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की इकोनॉमिक हेल्थ का इंडीकेटर माने जाने वाले PMI दिसंबर में घटकर 49.6 अंक रह गया, जो कि इससे पहले नवंबर में 52.3 अंक था।
शेयर बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि घरेलू के साथ-साथ वैश्विक आर्थिक आंकड़े इस सप्ताह बाजार की चाल तय करेंगे।
नोमुरा ने कहा है कि नकदी संकट की वजह से निकट भविष्य में इकोनॉमिक ग्रोथ की रफ्तार कहीं अधिक सुस्त पड़ेगी, जो कि अगले साल की पहली तिमाही तक बनी रह सकती है।
शक्तिकांत दास और अन्य दो अधिकारी सेबी के चेयरमैन पद की दौड़ में शामिल हैं। मौजूदा सेबी प्रमुख यूके सिन्हा का कार्यकाल अगले साल पूरा हो रहा है।
शेयर बाजार की बात करें तो सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों पर निवेशकों की नजर होगी। दिसंबर के मध्य में ईंधन की कीमतों में संशोधन किया जाना है।
SBI का अनुमान है कि नोटबंदी के बाद करीब 2.5 लाख करोड़ रुपए सिस्टम में वापस नहीं आएंगे। सरकार ने 8 नवंबर को 500-1000 रुपए के पुराने नोटों को बंद कर दिया है।
रिजर्व बैंक आर्थिक वृद्धि के नीचे जाने के जोखिम की आशंका के मद्देनजर अगले सप्ताह अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर में 0.25% की कटौती कर सकता है।
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