स्नैपडील के सह-संस्थापक और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर रोहित बंसल ने कहा कि पिछली दो बार की तरह इस बार भी संदेह के ये बादल छंट जाएंगे।
देश की दो बड़ी ऑनलाइन रिटेल कंपनियों अमेजन और फ्लिपकार्ट ने 7 और 8 जुलाई के लिए हैवी डिस्काउंट सेल की शुरूआत की है।
फैशन पोर्टल Jabong अचानक हॉट ई-कॉमर्स प्रॉपर्टी बन गई है और बड़े डिजिटल स्टार्टअप्स तथा बड़ी कंपनियां इसका अधिग्रहन करने के लिए बढ़-चढ़कर बोली लगा रही हैं।
देश की प्रमुख ईकॉमर्स कंपनी स्नैपडील पर अब प्रोडक्ट के अलावा आप बस या फ्लाई की टिकट भी बुक करा सकते हैं।
Redseer Consulting ने फ्लिपकार्ट को नंबर वन भारतीय ई-कॉमर्स पोर्टल घोषित किया है और उसे लो-प्राइस का चैंपियन बताया है।
देश की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनियों की रफ्तार कमजोर पड़ने लगी है। तमाम बड़ी ऑनलाइन कंपनियों को नए निवेशक ढूंढने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार ने एफडीआई नियमों में बड़े बदलाव किए हैं। नए नियम के तहत डिफेंस, एशिवएशन, फूड ई-कॉमर्स में 100 फीसदी एफडीआई को मंजूरी मिल गई है।
पेवर्ल्ड बाजार अपने मंच पर ग्रामीण और मझोले शहरों के उपभोक्ताओं को ई-कॉमर्स से जुड़ने की सुविधा प्रदान कर रहा है।
सामूहिक मांग के आधार पर सस्ते में उत्पाद उपलब्ध कराने का दावा करने वाली स्टार्ट-अप कंपनी Shopmate ने इस साल छोटे शहरों में विस्तार का लक्ष्य रखा है।
बल्कहाउस डॉट इन नाम के इस ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की अपना खुद का बैकएंड सपोर्ट सिस्टम बनने की भी योजना बनाई है। अपने खुद के लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउस होंगे।
घरेलू एफएमसीजी क्षेत्र की कंपनी डॉबर देश के ई-कामर्स क्षेत्र में तेजी से पैर पसारने की तैयारी में है।
ई-कॉमर्स क्षेत्र में मजबूत वृद्धि के चलते दिसंबर 2016 तक भारत में ऑनलाइन बाजार का आकार 2.1 लाख करोड़ रुपए होने की उम्मीद है।
ईकॉमर्स साइट अमेजन को भारत में 3 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर पोस्टल डिपार्टमेंट ने अमेजन को एनिवर्सिरी गिफ्ट के रूप में डाक टिकट जारी किया है।
Flipkart से प्रोडक्ट खरीदने से पहले अब आपको दो बार जरूर सोचना होगा। क्योंकि कंपनी ने अपनी प्रोडक्ट रिटर्न पॉलिसी में बदलाव कर दिया है।
अखिलेश सरकार ने एक अहम फैसले के तहत ऑनलाइन शॉपिंग, कुरियर से सामान मंगाने और अन्य ई-कामर्स सेवाओं पर 5 प्रतिशत टैक्स लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
सर्च इंजन गूगल की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में ई-कॉमर्स बाजार से बिकने वाली वस्तुओं का सकल वस्तु मूल्य 2020 तक 60 अरब डॉलर हो जाने का अनुमान है।
चीन के टाइंस समूह की योजना भारत के बढ़ते हुए ई-कामर्स क्षेत्र में प्रवेश करने की है। कपंनी का इरादा कि ई मार्केट प्लेस की स्थापना करने का है।
बड़ी संख्या में युवा आबादी, इंटरनेट की पहुंच में वृद्धि से देश के ई-कॉमर्स क्षेत्र की आय 2016 में 30 अरब डॉलर से बढ़कर 2020 तक 120 अरब डॉलर होने का अनुमान।
वित्त मंत्रालय ने सरकारी ई-मार्केटप्लेस को हरी झंडी दे दी। इसके जरिये विभिन्न मंत्रालयों में खरीदे जाने वाले सामान और सेवाओं के लिए खरीदारी की जाएगी।
भारतीय लोग इंटरनेट का सबसे ज्यादा इस्तेमाल ई-शॉपिंग के लिए करते हैं और हर महीने वह औसतन 9,400 रुपए ऑनलाइन खरीदारी पर खर्च करते हैं।
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