अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रशासन को 200 अरब डॉलर के मूल्य वाले चीनी उत्पादों पर 10 फीसदी आयात शुल्क बढ़ाकर 25 फीसदी करने पर विचार करने का आदेश दिया है।
अमेरिका ने चीन से आयात होने वाली लगभग 200 अरब डॉलर की वस्तुओं पर पहले जितना आयात शुल्क लगाने के बारे में कहा था, उसमें करीब ढाई गुना की बढ़ोतरी हो सकती है।
ट्रंप प्रशासन भारत-प्रशांत क्षेत्र की व्यापक बुनियादी ढांचा और ऊर्जा जरूरतों की पूर्ति के लिए अपनी बड़ी नीतिगत पहल सामने लाने वाला है।
अमेरिका की अर्थव्यवस्था ने चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में सालाना आधार पर 4.1 प्रतिशत की दर से वृद्धि की है।
अमेरिका के कुछ प्रभावी सांसदों ने हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव (प्रतिनिधि सभा) में भारत के साथ अमेरिका के रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक विधेयक पेश किया है।
स्टील और एल्युमिनियम के बाद अब अमेरिका आयातित कारों पर 25 फीसदी की भारी भरकम ड्यूटी लगाने की तैयारी में है। यदि ऐसा होता है तो अमेरिका में जापान और साउथ कोरिया जैसे देशों के अलावा जर्मनी की लक्जरी कारें महंगी हो जाएंगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक साक्षात्कार में कहा कि वह जरूरत पड़ने पर चीन के पूरे आयात पर शुल्क लगाने को तैयार हैं।
विश्व की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध गहराता जा रहा है। अमेरिका ने आज चीन से आयातित 200 अरब डॉलर की वस्तुओं पर अलग से 10% शुल्क लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। इससे पहले वह चीन से आयातित 34 अरब डॉलर की वस्तुओं पर 25% शुल्क लगा चुका है। अमेरिका ने यह कदम चीन की उस जवाबी कार्रवाई के बाद उठाया है जिसमें उसने अमेरिका से चीन को निर्यात किए जाने वाले 34 अरब डॉलर के सामान पर शुल्क लगाया था, इसके अलावा 16 अरब डॉलर के अतिरिक्त अमेरिकी सामान पर शुल्क लगाने की धमकी दी थी
अमेरिका के साथ व्यापार मोर्चे पर जारी टकराव के चलते चीन भारत से ऑयलमील (खली) के आयात पर लगा प्रतिबंध हटाने को मजबूर हो सकता है।
अमेरिका व चीन के बीच व्यापार के मोर्चे पर जारी खींचतान के बीच एक ऐसी खबर आई जिसे पढ़कर शायद सबको ताज्जुब होगा। अमेरिका और चीन द्वारा एक दूसरे के ऊपर हमला करने के बावजूद चीन की एक कंपनी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 2020 पुननिर्वाचन अभियान के लिए झंडे बना रही है।
दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीन के बीच जारी ट्रेड वॉर की तल्खी और भी सुर्ख होती जा रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने एक बड़ा फैसला लेते हुए 34 अरब डॉलर के चीनी आयात पर टैरिफ लगा दिया है।
अमेरिका ने राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए चाइना मोबाइल के घरेलू बाजार में प्रवेश से संबंधित सात साल पहले दिए गए आवेदन को रद्द कर दिया है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब दुनिया की दो प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच ट्रेड वार गहरा रहा है।
अमेरिका ऐसे देशों के साथ मिलकर काम करने को तैयार है, जो ईरान से अपना तेल आयात कम कर रहे हैं। ट्रंप प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि अमेरिका भारत और तुर्की जैसे देशों को छूट नहीं देगा, क्योंकि इससे तेहरान पर लगे प्रतिबंधों पर दबाव कम हो सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मोटरसाइकिल कंपनी हार्ले डेविडसन को आगाह किया है कि वह अपना विनिर्माण कार्य यदि अमेरिका से बाहर ले जाती है तो उसको " बड़ा झटका " सहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस कंपनी ने अपना कुछ विनिर्माण कार्य अमेरिका से बाहर ले जाने का निर्णय ऐसे समय किया है जबकि उन्होंने (ट्रम्प ने) भारत से कह कर वहां इस प्रसिद्ध मोटरसाइकिल पर वहां शुल्क कम कराया है
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि सऊदी अरब के शाह सलमान ने कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने के उनके आग्रह को मान लिया है। ईरान और वेनेजुएला की ओर से आने वाली कमी को पूरा करने के लिए इसे 20,00,000 बैरल तक बढ़ाया जा सकता है। ट्रंप ने यह बात तब कही है जब करीब एक सप्ताह पहले ही तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक ने तेल उत्पादन बढ़ाने की घोषणा कर दी है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बात से इनकार किया है कि वह अमेरिका को विश्व व्यापार संगठन (WTO) से बाहर निकालने की योजना पर काम कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने अमेरिका के साथ ‘‘ बहुत बुरा व्यवहार ’’ करने के लिये डब्ल्यूटीओ की कड़ी आलोचना की। ट्रंप की यह टिप्पणी उन रिपोर्टों के बाद आई है जिनमें कहा गया है कि ट्रंप ने अपनी शीर्ष अधिकारियों से कहा है कि वह अमेरिका को WTO से बाहर करना चाहते हैं।
भारत ने ईरान से कच्चे तेल का आयात घटाने का संकेत दिया है। बदले में वह सऊदी अरब और कुवैत से कच्चे तेल की खरीद बढ़ाएगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मोटरसाइकिल निर्माता कंपनी हार्ले-डेविडसन से "100 प्रतिशत अर्थात् पूरी तरह से अमेरिका में " रहने के लिए कहा है। ट्रंप ने चेताया कि अगर कंपनी यूरोपीय संघ के जवाबी शुल्क के बदले में अपनी विनिर्माण इकाइयों को स्थानांतरित करती है तो " हम इसे कभी नहीं भूलेंगे
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब उस प्रस्ताव से कदम पीछे खींचने लगे हैं जिसके तहत अमेरीकी प्रौद्योगिकी कंपनियों में चीनी निवेश और चीन को उच्च-प्रौद्योगिकी निर्यात की सीमाएं तय करने की बात है। इसके बजाय राष्ट्रपति ने कांग्रेस से मौजूदा समीक्षा प्रक्रिया को और तेज करने को कहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी उत्पादों पर 100 प्रतिशत तक आयात शुल्क लगाने वाले देशों में भारत का उदाहरण देते हुये अमेरिका द्वारा व्यापार संतुलन साधने के लिये चीन, यूरोपीय संघ और भारत से आयातित सामान पर ऊंचे शुल्क लगाने की जवाबी कारवाई का बचाव किया है।
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