डीजीसीए के मुताबिक, सितंबर 2024 में इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 63 प्रतिशत हो गई, जबकि एयर इंडिया की हिस्सेदारी बढ़कर 15.1 प्रतिशत हो गई।
नागर विमानन मंत्री के.राममोहन नायडू ने कहा कि भारत में वर्तमान में 157 हवाई अड्डे, हेलीपोर्ट और वॉटरड्रोम हैं। साल 2025 के आखिर तक चालू एयरपोर्ट की संख्या 200 तक पहुंचने की उम्मीद है।
अकासा एयर ने जून 2024 के दौरान चार मेट्रो एयरपोर्ट- दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद से 79. 5 प्रतिशत के साथ सबसे अधिक ऑन-टाइम प्रदर्शन किया। जून के दौरान एयर इंडिया की बाजार हिस्सेदारी 13.1 प्रतिशत रही, जबकि विस्तारा की 9.6 प्रतिशत रही।
यह पहली बार है जब एयरलाइन ने अपने छोटे आकार के विमान में प्रीमियम इकनॉमी केबिन पेश किया है। एयरलाइन ने कहा कि उसने दो नए ए320 नियो विमानों को तीन कैटेगरी में बांटा है।
वित्त वर्ष 2024 में एटीएफ की औसत कीमत 103,499 रुपये प्रति किलोलीटर रही, जो वित्त वर्ष 2023 में 121,013 रुपये प्रति किलोलीटर से 14 प्रतिशत कम थी, लेकिन वित्त वर्ष 2020 में कोविड-पूर्व स्तर 65,368 रुपये प्रति किलोलीटर से 58 प्रतिशत अधिक थी।
एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट्स गर्मियों के दौरान नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका के लिए फ्लाइट शुरू करेगी। एयर इंडिया एक्सप्रेस को इस साल दिसंबर तक अपने 50 व्हाइट टेल बोइंग 737 मैक्स विमानों का ऑर्डर मिल जाएगा।
पिछले महीने फ्लाइट में देरी के अलावा अलग-अलग एयरलाइंस ने 1,374 यात्रियों को विमान में सवार होने से रोक दिया था। इसके चलते वैकल्पिक इंतजाम और सुविधा देने पर 1.28 करोड़ रुपये खर्च हुए।
सिविल एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए के आंकड़े से पता चलता है कि देश में फ्लाइट से घरेलू सफर करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। एयरलाइन कंपनियों के बीच कॉम्पिटीशन भी तेज हुआ है।
भारत में फ्लाइट से सफर करने वालों की तादाद में कोविड के बाद लगातार तेजी का रुझान देखा जा रहा है। आने वाले समय में भारत सिविल एविएशन का बहुत बड़ा हब बन सकता है। अक्टूबर में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 11 प्रतिशत बढ़कर 1.26 करोड़ पर पहुंच गई।
सितंबर, 2023 में यह आंकड़ा 1.22 करोड़ यात्रियों का था। इंडिगो ने अक्टूबर महीने में 79.07 लाख यात्रियों ने सफर कराया। एयर इंडिया की डोमेस्टिट मार्केट में हिस्सेदारी बढ़कर 10.5 प्रतिशत हो गई।
Domestic Airlines Excise Duty: वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) ने इस पर साफ किया है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए घरेलू एयरलाइंस पर यह उत्पाद शुल्क (Excise Duty) नहीं लागू होगा।
नागर विमानन मंत्रालय ने महामारी की दूसरी लहर के कारण एक जून से यात्रियों की अनुमति योग्य क्षमता को घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया था।
इस साल जून में घरेलू यात्री यातयात करीब 29-30 लाख रहा। जबकि मई में यह करीब 19.8 लाख था।
कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण हवाई यात्रियों की संख्या में भारी कमी आई है, जिसकी उनकी आय घटी है।
साल की पहली तिमाही के दौरान घरेलू एयरलाइंस ने हर महीने 77 लाख से ज्यादा यात्रियों को सेवा दी, वहीं अप्रैल में ये आंकड़ा घटकर 58 लाख से नीचे आ गया।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने घरेलू उड़ानों का किराया बढ़ाने पर रोक की सीमा बढ़ाकर 31 मई 2021 कर दी है।
अक्टूबर में सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया ने 4.94 लाख यात्रियों को यात्रा कराई। बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के यात्रियों की संख्या 29.7 लाख रही। स्पाइसजेट के यात्रियों की संख्या 7.04 लाख और गोएयर की 3.95 लाख रही।
अक्टूबर के महीने में उड़ानों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी देखी गयी है। उड़ान दोबारा शुरू होने के पहले दिन 416 उड़ानें संचालित हुईं जो 26 अक्टूबर को 156वें दिन 1,749 हो गयीं। अक्टूबर में प्रतिदिन औसत 1,574 उड़ानों का संचालन हुआ।
त्योहारी मौसम के मद्देनजर यात्रियों की संख्या और बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में आगामी दिनों में एयरलाइंस को सामान्य क्षमता पर 70 से 75 प्रतिशत उड़ानों की अनुमति दी जा सकती है।
गोएयर को उम्मीद है कि 21 सितंबर तक उसकी परिचालन क्षमता कोविड-19 से पूर्व के 45 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी।
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