इस साल विदेशी मुद्रा भंडार में 57.634 अरब डॉलर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। डॉलर में अभिव्यक्त की जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में घट-बढ़ के प्रभावों को शामिल किया जाता है।
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) इस बदलाव को मूर्त रूप देने के लिए सोसायटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्यूनिकेशन यानी SWIFT के साथ सक्रिय रूप से चर्चा में लगे हुए हैं।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 25 अगस्त को समाप्त सप्ताह में 1.148 अरब डॉलर बढ़कर 394.55 अरब डॉलर के सर्वकालिक रिकॉर्ड ऊंचाई को छू गया।
बैंकों और निर्यातकों की ओर से डॉलर की ताजा बिकवाली के चलते अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया छह पैसे की तेजी के साथ 67.39 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
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