अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए में गुरुवार को भारी गिरावट दर्ज की गई है। भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले 28 माह के निचले स्तर पर पहुंच गया है।
सऊदी अरब और ईरान के बीच तनाव बढ़ने की वजह से बुधवार को ब्रेंट क्रूड 35 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इससे पेट्रोल-डीजल और सस्ता हो सकता है।
ग्लोबल करेंसी मार्केट में येन अगले साल डॉलर को पछाड़ स्टार परफॉर्मर बन सकता है। ऐसे में भारत पर डॉलर के बाद येन की मार पड़ेगी।
विदेशी निवेशकों ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में भारत पर भरोसा जताया है। इस दौरान देश में 16.63 अरब डॉलर का फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (एफडीआई) आया है।
सोने-चांदी की कीमतों में और कमी देखने को मिल सकती है। सोमवार को सरकार ने सोने के इंपोर्ट ड्यूटी टैरिफ को 10 डॉलर घटाकर 344 डॉलर प्रति 10 ग्राम कर दिया है।
दिल्ली के सर्राफा बाजार में बुधवार को Gold 385 रुपए की जोरदार तेजी के साथ 27,185 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया है।
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