ब्रिटेन के यूरोपीय संघ को छोड़ने को लेकर उपजी चिंता के बीच अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 67.95 रुपए प्रति डॉलर पर एक पैसे की मजबूती में बंद हुआ।
ब्रिटेन के मतदाताओं के ब्रेक्जिट निर्णय के बाद पैदा हुई आर्थिक और राजनीतिक अनिश्चितता के बीच पाउंड डॉलर के मुकाबले लगभग 31 साल के निचले स्तर पर आ गया।
चीन के केंद्रीय बैंक ने ब्रेक्जिट के बाद के हालत में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपनी मुद्रा युआन की दर को साढे पांच साल के न्यूनतम स्तर पर ला दिया।
सरकार ने विदेशी बैंकों में जमा 13,000 करोड़ रुपये के काले धन का पता लगा लिया है। यह आंकड़ा साल 2011 और 2013 में मिली सूचनाओं के आधार पर तैयार किया गया है।
बैंकों और आयातकों की सतत डॉलर मांग के कारण अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपए में गिरावट आई। रुपया 17 पैसे की गिरावट के साथ 67.48 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन की ओर से दूसरे कार्यकाल को ना कहने के बाद आज डॉलर के मुकाबले रुपए में भारी गिरावट देखने को मिली।
नाइजीरिया की सप्लाई चिंता और डॉलर में कमजोरी के कारण कच्चे तेल की कीमतें बढ़ कर 52.34 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गईं जो वर्ष 2016 का उच्चतम स्तर है।
डॉलर के मुकाबले रुपए में पांचवें कारोबारी सत्र में भी तेजी कायम रही। रुपया 12 पैसे मजबूत होकर चार सप्ताह के उच्चतम स्तर 66.65 रुपए प्रति पर बंद हुआ।
डॉलर के मुकाबले रुपए में तीसरे दिन भी तेजी दर्ज की गई। निर्यातकों की ओर से डॉलर की बिकवाली के कारण रुपया आज 28 पैसे उछलकर 66.97 के स्तर पर बंद हुआ।
भारतीय कंपनियों में आ रहा विदेशी निवेश तेजी से घटा है। भारतीय कंपनियों में विदेशी निवेश अप्रैल में 84 प्रतिशत घटकर 4.11 अरब डालर रह गया है।
विदेशी बाजारों में डॉलर में तेजी के बीच बैंकों की डॉलर मांग के कारण रुपए तीन पैसे की और गिरावट के साथ दो माह के निम्न स्तर 66.80 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
अमेरिका में रहने वाले एक 14 साल के युवा अविष्कारक टेलर रोसेंथल ने 3 करोड़ डॉलर(करीब 198 करोड़ रुपए) का प्रस्ताव ठुकरा दिया है।
शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन सोने की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना करीब दो साल बाद 30,000 रुपए के पार पहुंच गया।
RBI ने शुक्रवार को कहा कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार 33.37 करोड़ डालर बढ़कर 360.250 अरब डॉलर हो गया जो कि इसका अब तक का उच्चतम स्तर है।
विश्व बैंक की माइग्रेशन एंड डेवलपमेंट रिपोर्ट के मुताबिक 2015 में भारत को रेमिटेंस(प्राप्त धन) के रूप से सर्वाधिक 69 अरब डॉलर की राशि मिली।
ताजा आंकड़ों के अनुसार देश का विदेशी मुद्रा भंडार 18 मार्च को समाप्त सप्ताह में 2.539 अरब डॉलर बढ़कर 355.947 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया।
18 मार्च को समाप्त सप्ताह में यह मुद्रा भंडार 2.544 अरब डॉलर बढ़कर 353.408 अरब डॉलर हो गया। इसका कारण प्रमुख मुद्रा आस्तियों में हुई पर्याप्त वृद्धि है।
डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होता जा रहा है। एशियाई करेंसी में मजबूती के बावजूद हफ्ते के पहले दिन रुपया शुरुआती कारोबार में 23 पैसे टूटकर 30 महीने के न्यूनतम स्तर 68.69 पर आ गया।
ईरान ने भारतीय तेल रिफाइनरी कंपनियों एस्सार ऑयल और एमआरपीएल से उसके कच्चे तेल के बकाए का भुगतान छह महीने में यूरो में करने को कहा है।
सन्मय सिर्फ 12 डॉलर(782 रुपए) में Google.com डोमेन खरीद कर 1 मिनट के लिए कंपनी के मालिक बन गए थे। अब गूगल ने सन्मय को 6006.13 डॉलर का इनाम दिया है।
लेटेस्ट न्यूज़