डॉलर के मजबूत होने का सीधा असर हमारे आयात पर पड़ता है। भारत जिन वस्तुओं के आयात पर निर्भर है, वहां रुपये की गिरावट महंगाई ला सकती है।
रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 19 पैसे टूटकर 77.93 पर बंद हुआ था। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.46 प्रतिशत गिरकर 120.23 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
कई लोग यह मानने की गलती कर देते हैं कि डॉलर ही दुनिया की सबसे महंगी करेंसी है। दुनिया के कई देश हैं जिनकी करेंसी डॉलर से कहीं ज्यादा महंगी है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल की आक्रामक टिप्पणियों के बाद वैश्विक बाजार में डॉलर में तेजी लौटने से रुपया अपने दिन के निचले स्तर 77.61 प्रति डॉलर तक गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 77.17 के भाव पर कमजोर खुला और फिर 77.50 पर बंद हुआ।
आंकड़ों के अनुसार 18 फरवरी को समाप्त सप्ताह में एफसीए 63.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 565.466 अरब डॉलर हो गया।
विशेषज्ञों ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव से कच्चे तेल की कीमतों ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है।
गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 102 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ 75.6 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। करेंसी विशेषज्ञ आगे भी रुपये में और बड़ी गिरावट का अनुमान लगा रहे हैं।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 74.43 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान रुपया ऊंचे में 74.42 और नीचे में 74.69 तक गया।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.14 प्रतिशत घटकर 96.41 रह गया।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.12 प्रतिशत बढ़कर 95.52 हो गया। वहीं कच्चे तेल में बढ़त का रुख रहा
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.21 प्रतिशत बढ़कर 95.05 पर रहा इससे रुपये पर दबाव पड़ा
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति बताने वाला डॉलर सूचकांक 0.02 प्रतिशत बढ़कर 93.97 के स्तर पर पहुंच गया।
कारोबार के दौरान रुपया 74.83 से 75.13 रुपये के दायरे में रहा। वहीं छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति बताने वाला डॉलर सूचकांक 0.12 प्रतिशत बढ़कर 93.84 हो गया।
कारोबार के दौरान रुपया 75.20 से 75.37 प्रति डॉलर के दायरे में रहा वहीं डॉलर सूचकांक 0.28 प्रतिशत घटकर 93.81 रह गया। ब्रेंट क्रूड फिलहाल 85 डॉलर प्रति बैरल के करीब है।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति बताने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत घटकर 94.20 रह गया।
सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी आई क्योंकि संकटग्रस्त एवरग्रांड ग्रुप की चिंताओं की वजह से चीन का युआन कमजोर पड़ा है।
पिछले पांच कारोबारी सत्र में रुपये में 59 पैसे की गिरावट आई है। वहीं बीते एक महीने में डॉलर के मुकाबले रुपया 123 पैसे टूटा है।
4 सत्र की गिरावट में रुपया 0.68 प्रतिशत टूटा है, वहीं आज के कारोबार के दौरान रुपया डॉलर के मुकाबले एक महीने के निचले स्तरों पर पहुंच गया
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने 31 अगस्त को देश की मुद्रा के मूल्य में भारी गिरावट के कारण खाद्य कीमतों में वृद्धि के बाद बढ़ती मुद्रास्फीति को रोकने के लिए आर्थिक आपातकाल की घोषणा की थी।
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