शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले सोमवार को रुपया नौ पैसे टूटकर 71.03 पर खुला। इसकी प्रमुख वजह कच्चे तेल की कीमतों में तेजी होना और अमेरिका-चीन के बीच व्यापार तनाव की चिंताएं बढ़ना है। इसके चलते निवेशकों का रुख सावधानी भरा रहा।
शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया बृहस्पतिवार को 24 पैसे टूटकर 71.36 पर खुला। इसकी प्रमुख वजह अमेरिकी फेडरल रिजर्व का नीतिगत ब्याज दरों में कटौती करना रही। सुबह के कारोबार में अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार पर भारी उतार-चढ़ाव का दौर देखा गया।
कच्चे तेल के दाम में आई जोरदार तेजी के कारण डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल सोमवार को एक बार फिर मंद पड़ गई। डॉलर के मुकाबले रुपये में तकरीबन एक फीसदी की कमजोरी आई, जो कि देसी करेंसी में दो अगस्त के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है।
आज गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार के शुरुआती कारोबार में मामूली तेजी देखने को मिल रही है। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सूचकांक सेंसेक्स सुबह 9.30 बजे 110.85 अंकों की बढ़ते के साथ 36,835.59 के स्तर पर कारोबार कर रहा है
बैंकों एवं आयातकों की ओर से डॉलर की मांग आने और विदेशी पूंजी निकासी से रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में 42 पैसे गिरकर 72.08 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया। मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अमेरिकी-चीन के बीच व्यापार मोर्चे पर टकराव बढ़ने के संकेतों से भी रुपये पर दबाव रहा।
घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार लगातार दूसरे दिन मजबूत कारोबारी रुझान से गुलजार दिखा। विदेशी बाजारों से मिले मजबूत संकेतों और सकारात्मक घरेलू कारकों से शुरूआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स करीब 380 अंकों की तेजी के साथ 37,700 के मनोवैज्ञानिक स्तर के ऊपर चला गया। वहीं, निफ्टी भी 100 अंक से ज्यादा उछला।
जीडीपी को लेकर विश्व बैंक की रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब चर्चा चल रही है कि 2025 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। यही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है।
ट्रेड वॉर बढ़ने की आशंका और ग्लोबल बाजारों में भारी गिरावट के बीच घरेलू शेयर बाजार में भी आज शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में ही बड़ी गिरवाट देखी जा रही है।
घरेलू शेयर बाजार में बुधवार (10 जुलाई) को कारोबारी अस्थिरता देखी गई।
शुरुआती कारोबार में मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 18 पैसे टूटकर 68.84 पर खुला।
आम बजट 2019-20 पेश होने के बाद कारोबारी सप्ताह के पहले दिन आज सोमवार को घरेलू शेयर बाजार टूटकर खुला।
जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले सकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच बीएसई का सेंसेक्स गुरुवार को शुरुआती कारोबार में 100 अंक से अधिक चढ़ गया।
कमजोर विदेशी संकेतों के कारण बुधवार को घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई, लेकिन बाद में बाजार संभला।
कारोबारी सप्ताह के पहले दिन ग्लोबल बाजारों में सुस्ती के बीच सेंसेक्स और निफ्टी में भी दायरे में कारोबार होता दिख रहा है।
घरेलू शेयर बाजारों की शुरुआत बुधवार को फीकी रही। सेंसेक्स में 150 अंक से ज्यादा की गिरावट देखी गयी।
वैश्विक और एशियाई बाजार के सकारात्मक संकेतों के बीच सोमवार को बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में बढ़त देखी गयी।
कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को मई महीने की थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई दर के आंकड़े जारी हो सकते हैं। अप्रैल में डब्ल्यूपीआई आधारित महंगाई दर 3.1 फीसदी दर्ज की गई थी।
चुनाव के परिणाम आने के बाद शुक्रवार को रुपए में रिकवरी आई।डॉलर के मुकाबले रुपया पिछले सत्र से 26 पैसे की रिकवरी के साथ 69.75 रुपए प्रति डॉलर पर खुला।
पाकिस्तान के आर्थिक हालात ठीक नहीं हैं ये तो जगजाहिर है लेकिन मौजूदा दौर में पाकिस्तानी मुद्रा रिकॉर्ड अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुका है। पाकिस्तान के रुपए की कीमत काफी गिर गई है।
डॉलर के मुकाबले रुपए की कमजोरी थमने का नाम नहीं ले रही है। बुधवार को 73 रुपए का स्तर तोड़ने के बाद गुरुवार को एक बार फिर रुपए ने अपना न्यूनतम स्तर छुआ।
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