कारोबार के अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव की तुलना में 26 पैसे की तेजी के साथ 81.85 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
Dollar in Rupee: भारतीय करेंसी (Indian Currency) की वैल्यू आज 79.37 रुपये प्रति डॉलर (Dollar) हो गई है। आखिर इतना कमजोर क्यो होता चला गया रुपया? आज के एक्सप्लेनर में पढ़िए रुपये का इतिहास।
डॉलर के मजबूत होने का सीधा असर हमारे आयात पर पड़ता है। भारत जिन वस्तुओं के आयात पर निर्भर है, वहां रुपये की गिरावट महंगाई ला सकती है।
कई लोग यह मानने की गलती कर देते हैं कि डॉलर ही दुनिया की सबसे महंगी करेंसी है। दुनिया के कई देश हैं जिनकी करेंसी डॉलर से कहीं ज्यादा महंगी है।
डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार सुधार जारी है। शुरुआती कारोबार में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रूपया 53 पैसे और मजबूत होकर 71.84 पर खुला।
डालर के मुकाबले रुपये में भारी गिरावट के मद्देनजर सरकार जल्द ही कई गैर-जरूरी वस्तुओं के आयात पर अंकुश लगाने की घोषणा करेगी। वित्त मंत्रालय एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार कमजोरी देखी जा रही है। गुरुवार को भारतीय मुद्रा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने सबसे निचले स्तर पर आ गई। गुरुवार की सुबह रुपया 28 पैसे की गिरावट के साथ रुपए के मुकाबले 68.89 के स्तर पर खुला। हालांकि, खबर लिखे जाते समय यह और कमजोर होकर 69 के निचले स्तर पर चल रहा था।
विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी के बीच आयातकों एवं बैंकों की ओर से अमेरिकी मुद्रा की मांग आने से आज शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 30 पैसे गिरकर 19 महीने के निम्नतम स्तर 68.54 रुपए प्रति डॉलर पर आ गया।
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