अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इस सप्ताह में सबसे अधिक आकर्षक मूवर्स में से एक बन गई है। बीते बुधवार को लाभ कम करने से पहले इसने 93,480 डॉलर का रिकॉर्ड लेवल छुआ।
सीबीडीसी या ई-रुपया एक डिजिटल टोकन है जो लीगल करेंसी (वैध मुद्रा) का प्रतिनिधित्व करता है। भारत में विदेश से सालाना लगभग 100 अरब डॉलर धन भेजा जाता है।
सूत्रों ने स्वदेशी भुगतान प्रणाली ‘रुपे’ के बारे में पूछे जाने पर कहा कि इसे बढ़ावा देने के बारे में कोई भी निर्देश नहीं दिया गया है। रुपे को आकर्षक बनाकर लोकप्रिय बनाया जा सकता है।
मर्चेंट्स को सिर्फ अपना मौजूदा सिंगल क्यूआर कोड को शो करना है जिसमें CBDC-R और यूपीआई पेमेंट एक्सेप्ट होता हो।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने ग्राहकों के लिए बड़ा ऐलान किया है। अब स्टेट बैंक के ग्राहकों को डिजिटल तौर पर पेमेंट करने में आसानी होगी।
रिजर्व बैंक ने पिछले साल डिजिटल रुपये के इस्तेमाल को लेकर पायलट परीक्षण किया था। शुरुआती दौर में सीबीडीसी के थोक इस्तेमाल का परीक्षण किया गया था और बाद में खुदरा उपयोग को भी परखा गया।
खुदरा सीबीडीसी अभी केवल 50,000 ग्राहकों और 5,000 दुकानदारों को ही उपलब्ध है। इस सेवा को संबंधित बैंकों की तरफ से निमंत्रण के आधार पर जारी किया जा रहा है।
आनंद महिंद्रा रिजर्व बैंक की बैठक से निकल ही रहे थे कि उन्हें बच्चे लाल साहनी का ठेला दिखाई दिया, जहां उन्हें दिखाई दिया कि किस तरह भारत में डिजिटल करेंसी की स्वीकार्यता बढ़ रही है।
फिलहाल वैश्विक जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का 95 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करने वाले 115 देश डिजिटल मुद्रा की संभावना टटोल रहे हैं। करीब 60 देश इस मामले में काफी आगे बढ़ चुके हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के कार्यकारी निदेशक, अजय कुमार चौधरी ने गुरुवार को दिल्ली में एक खास कार्यक्रम में डिजिटल रुपये को लेकर कई सवालों के उत्तर दिए।
डिजिटल रुपये लॉन्च हो रही है। बहुत से लोगों को इसके बारे में पता नहीं है। आज हम आपको बताते हैं कि डिजिटल रुपये के लिए कैसे अप्लाई कर सकते हैं।
भारत में 1 दिसंबर से डिजिटल करेंसी का एक नया युग शुरू होने जा रहा है। अब आम लोग भी डिजिटल करेंसी में पेमेंट कर सकेंगे। जानिए क्या है Digital Rupee और कैसे करेगा काम
Cryptocurrency vs Digital Currency: अगर आप डिजिटल करेंसी को भी क्रिप्टोकरेंसी समझने की भुल करते हैं तो आपको जान लेना चाहिए कि दोनों में क्या अंतर है और डिजिटल करेंसी किन मायनों में क्रिप्टोकरेंसी से अलग है।
RBI Digital Currency: हाल ही में भारत की केंद्रीय बैंक आरबीआई ने डिजिटल करेंसी की शुरुआत की है, जिसके बाद से इसकी चर्चा जोरों पर पूरे विश्व में हो रही है। ये 100 देश अब अपने यहां भी इसे लॉन्च करने की प्लानिंग कर रहे हैं।
वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल रुपया भी एक महत्वपूर्ण उपकरण हो सकता है।
RBI Digital Currency: डिजिटल करेंसी लॉन्च होने के पहले ही दिन अच्छी शुरुआत रही है। इसे RBI की देख रेख में सर्कुलेट किया जाएगा। जानिए पहले दिन कैसी रही डील और क्या है डिजिटल करेंसी?
डिजिटल करेंसी भारत में हमेशा से ही चर्चा का विषय रही है। कारण है क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को लेकर सख्ती। लेकिन अब RBI की तरफ से डिजिटल करेंसी पेश की जा रही है। जाहिर है यह कदम भारत के कई सेक्टर्स को नई दिशा देगा। तो चलिए जानते है
डिजिटल करेंसी भारत में हमेशा से ही चर्चा का विषय रही है। कारण है क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को लेकर सख्ती। लेकिन अब आरबीआई की तरफ से डिजिटल करेंसी पेश करने की बात हो रही है। जाहिर है यह कदम भारत के कई सेक्टर्स को नई दिशा देगा। तो चलिए जानते हैं कि डिजिटल करेंसी क्या होती है और इसके क्या फायदे हैं।
Digital Currency: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट में घोषणा की थी कि 2022-23 के दौरान सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) को लॉन्च किया जाएगा।
डिजिटल मुद्रा में भारतीय करेंसी की तरह विशिष्ट अंक होंगे। यह ‘फ्लैट’ मुद्रा से भिन्न नहीं होगी। यह उसका डिजिटल रूप होगा। एक प्रकार से कह सकते हैं।
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