तेल उत्पादक देशों द्वारा कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने और कोरोना को लेकर नई चिंतायें सामने आने के बाद कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है और ब्रेंट क्रूड एक महीने के निचले स्तरों पर पहुंच गया।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने वर्ष 2023-24 तक पेट्रोल के साथ 20 प्रतिशत एथेनॉल-मिश्रण का लक्ष्य रखा है और अंतिम लक्ष्य 100 प्रतिशत इथेनॉल से चलने वाले वाहन हैं।
पेट्रोल डीजल की कीमत ने भारत के बाद पाकिस्तान में भी हाहाकार मचा रखा है। पाकिस्तान में तो लोगों का महंगाई से बहुत ज्यादा बुरा हाल है। ऐसे में इमरान खान सरकार ने लोगों पर और बोझ डाल दिया है।
पेट्रोल डीजल की कीमत कम करने को लेकर बड़ी खबर है। सरकार ने इस दिशा में बड़ा कदम उठाया है। सरकार काफी समय से तेल के दाम पर किसी तरह से काबू में आएं इस कोशिश में लगी हुई है।
पेट्रोल डीजल की कीमत को लेकर बड़ी खबर है। पेट्रोल डीजल के बढ़ रहे दाम ने आम आदमी का बुरा हाल कर रखा है। कुछ लोग तो अपनी व्हीकल होने के बादजूद भी उसे चलाने से पहले चार बारी सोच रहे है क्योंकि पेट्रोल की कीमत अपनी उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी है।
सरकार ने कोविड राहत उपायों के लिए अतिरिक्त धन जुटाने के लिए पिछले साल मई में पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की है।
उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ तथा नगालैंड में भी कुछ जगहों पर पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर के पार निकल गए हैं। वाहन ईंधन कीमतों में शनिवार को फिर बढ़ोतरी हुई।
पेट्रोल डीजल के लेकर 9 महीनों के बाद बड़ी खबर आई है। तेल की कीमत में लोगों का बजट बिगाड़ रहा है। लेकिन अब इसपर एक और बड़ा अपडेट जारी हुआ है।
डीजल की बिक्री मई से 12 प्रतिशत बढ़कर 62 लाख टन हो गयी लेकिन यह जून, 2020 से 1.5 प्रतिशत और जून 2019 से 18.8 प्रतिशत कम है।
नये पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि उनका जोर भारत को गैस आधारित अर्थव्यवस्था बनाने पर होगा और कुल खपत में गैस की हिस्सेदारी मौजूदा 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत करने की जरूरत है।
पेट्रोल 19.78 रुपए और डीजल 9 रुपए महंगा हो गया है। पेट्रोल डीजल के दाम में आग लगी हुई है। तेल के दाम ने आम आदमी का पूरा बजट बिगाड़ दिया है। आम आदमी अब अपनी कार, मोटरसाइकिल को चलाने से बचने लगा है।
कुल 34 बार वृद्धि में पेट्रोल 9.11 रुपये लीटर जबकि 33 बार की वृद्धि में डीजल 8.63 रुपये लीटर महंगा हुआ है।
माल ढुलाई शुल्क और मूल्य वर्धित कर (वैट) जैसे स्थानीय करों की दर अलग अलग होने के कारण विभिन्न राज्यों में ईंधन की कीमत अलग-अलग होती है।
वित्त वर्ष 2020-21 में पेट्रोलियम उत्पादों पर सीमा शुल्क और उत्पाद शुल्क के रूप में केंद्र सरकार का अप्रत्यक्ष कर राजस्व लगभग 56.5 प्रतिशत बढ़ा है।
पेट्रोल डीजल को लेकर बड़ी खबर है। तेल के दाम ने आम आदमी की हालत खराब कर रखी है। ऐसे में पेट्रोल डीजल को लेकर नई खबर सामने आई है।
अधिकारियों ने कहा कि आने वाले दिनों में यह फिर से बढ़ सकता है। इस अवधि में खुदरा कीमतों में कमी लाने का एकमात्र तरीका केंद्र और राज्य दोनों द्वारा कर में कटौती है।
पेट्रोल डीजल की महंगाई से परेशान लोगों को बड़ी राहत मिलने वाली है। मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। खुद केंद्रीय मंत्री ने आज इसकी जानकारी दी है।
पिछले दो माह से कम समय में वाहन ईंधन कीमतों में 31 बार बढ़ोतरी की जा चुकी है। देश में पेट्रोल और डीजल के दाम इस समय अब तक के उच्चतम स्तर पर हैं।
एआईसीजीवीओए ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को लिखे पत्र में कोविड-19 के प्रभाव के कारण नुकसान का अनुमान लगाने और सुधारात्मक कार्रवाई करने के लिए व्यापक अध्ययन करने की मांग की है।
पेट्रोल डीजल के दाम में 4.5 रुपए की कटौती की जा सकती है लेकिन ऐसा कैसे हो सकता है ऐस की जानकारी हम आपको दे रहे है।
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