पेट्रोल और डीजल के दाम आम आदमी की पहुंच से लगभग दूर हो चुके हैं, मंगलवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों ने नई रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में तो डीजल का भाव 74 रुपए प्रति लीटर हो गया है जो देश की सभी राज्यों की राजधानियों में अबतक का सबसे अधिक भाव है
भारतीय उद्योग जगत ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि पर चिंता जताते हुए सरकार से ईंधन पर उत्पाद शुल्क में कटौती की मांग की है। उनका कहना है कि इससे भारत की आर्थिक वृद्धि प्रभावित होगी।
रविवार को दिल्ली में पेट्रोल के भाव का रिकॉर्ड टूटने के बाद आज सोमवार को नया रिकॉर्ड बना है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक आज मंगलवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में फिर से 33 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है और भाव बढ़कर 76.57 रूपए प्रति लीटर हो गया है जो अबतक का सबसे ऊपरी स्तर है। रविवार को भी दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में 33 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई थी। डीजल के दाम पहले ही हर रोज नई रिकॉर्ड ऊंचाई छू रहे हैं
Petrol Price at Record High: डीजल के बाद अब पेट्रोल की कीमतों ने भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है। रविवार के दिन देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का जो दर्ज किया गया है, उस भाव पर दिल्ली में पेट्रोल कभी नहीं बिका है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों बढ़कर 76.24 रूपए प्रति लीटर हो गई है जो अबतक का सबसे अधिक भाव है। रविवार को पेट्रोल की कीमतों में 33 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई
कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में तेजी चिंता का कारण है क्योंकि इससे देश का आयात बिल 50 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है। इसका असर चालू खाते के घाटे (कैड) पर पड़ेगा।
गुरुवार के मुकबाले आप पेट्रोल और डीजल 29 पैसे महंगा हो गया। आज दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 75.61 रुपए रही। जबकि गुरुवार को इसकी कीमत 75.32 रुपए थी।
अगर पेट्रोल और डीजल का मौजूदा बढ़ा हुआ भाव आपके लिए परेशानी पैदा कर रहा है तो आपकी परेशानी आने वाले दिनों में और बढ़ने वाली है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल का भाव 80 डॉलर के पार चला गया है जिससे तेल कंपनियों की लागत बढ़ेगी और वह इस लागत को ग्राहकों से वसूलने के लिए पेट्रोल और डीजल के दाम और बढ़ा सकती हैं।
देश में डीजल की कीमतें पहले ही रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई हैं और गुरुवार को लगातार चौथे दिन दाम बढ़ने के बाद अब पेट्रोल भी रिकॉर्ड तोड़ने के करीब पहुंच गया है। तेल कंपनियों ने गुरुवार को एक बार फिर से पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाने की घोषणा कर दी है। तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में 22-23 पैसे और डीजल के दाम में 22-24 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी का ऐलान किया है
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी दर्ज की गई है, करीब 20 दिन बाद सोमवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पहली बार बढ़ोतरी की गई थी, लेकिन उसके बाद मंगलवार और आज बुधवार को फिर से दाम बढ़ा दिए गए हैं। इस बढ़ोतरी के बाद देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम 75 रुपए प्रति लीटर के पार हो गया है और डीजल का दाम नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर लगातार दूसरे दिन ग्राहकों की जेब पर मार पड़ी है, करीब 3 हफ्ते बाद सोमवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पहली बार बढ़ोतरी के बाद ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की तरफ से आज मंगलवार को भी दाम बढ़ा दिए गए हैं। इस बढ़ोतरी के बाद देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम 56 महीने की नई ऊंचाई और डीजल का दाम नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है
लगातार 3 हफ्ते तक भाव में किसी तरह बदलाव नहीं होने के बाद आज सोमवार को तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिर से बढ़ोतरी की है। शनिवार को ही कर्नाटक में मतदान खत्म हुआ है और मंगलवार को चुनाव नतीजे आएंगे। इंडिया टीवी की टीम ने मतदान के बाद दाम बढ़ोतरी को लेकर शनिवार को ही आगाह कर दिया था
आप अपनी गाड़ी का टैंक आज ही फुल करवा लें, क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने 13 मई से पेट्रोल-डीजल के दाम में बड़ी बढ़ोतरी करने की तैयारी कर ली है।
एक अंग्रेजी न्यूज चैनल ने सूत्रों के हवाले से बताया कि 13 मई से पेट्रोल और डीजल दोनों ही 1.5 रुपए प्रति लीटर तक महंगे हो जाएंगे।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में एक पखवाड़े से भी कम समय को देखते हुए सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम में प्रतिदिन होने वाले संशोधन को रोक दिया है।
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि सरकार फिलहाल पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क कटौती पर विचार नहीं कर रही है क्योंकि मूल्य फिलहाल उस स्तर पर नहीं पहुंचे हैं, जहां इस तरह की कार्रवाई करने की जरूरत होगी।
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कहा कि सरकार महंगे होते पेट्रोलियम पदार्थों पर लगातार नजर रखे हुए है और इस बढ़ती कीमतों के बारे में सरकार चिंतित है।
विश्व बैंक ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि 2018 में कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस और कोयला जैसे ईंधन की कीमतों में 20 प्रतिशत तक इजाफा होने की उम्मीद है। इससे भारत की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ सकता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 75 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गए हैं जो नवंबर 2014 के बाद सबसे अधिक कीमत है। कच्चे तेल की कीमतों में आई इस तेजी की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत बढ़ेगी
पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों से राहत मिलन की उम्मीद कम है, वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि फिलहाल सरकार पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती पर विचार नहीं कर रही है।
सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जब से रोजाना बदलाव करना शुरू किया है तब से लेकर अबतक इनकी कीमतों में जो बढ़ोतरी हुई है वह किसी भी एक साल में हुई अबतक की सबसे ज्यादा बढ़ोतरी है
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