इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम बढ़कर क्रमश: 82.66 रुपये, 84.18 रुपये, 89.33 रुपये और 85.59 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं।
नवंबर, 2020 में देश में डीजल की खपत 62.3 लाख टन रही। यह साल भर पहले 67 लाख टन थी। अक्टूबर, 2020 में देश में 57 लाख टन डीजल की खपत हुई थी।
इससे पहले पेट्रोल की कीमत में आखिरी बार 22 सितंबर को 7 से 8 पैसे प्रति लीटर की गिरावट देखी गई थी। 1 सितंबर से 2 अक्टूबर तक डीजल के दाम 3 रुपए प्रति लीटर से ज्यादा कम हो चुके हैं।
नवंबर के महीने में पेट्रोल और डीजल के दाम में अब तक नौ बार बढ़ोतरी हुई है जिसके बाद देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के दाम में 1.28 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हो गई है जबकि डीजल 1.96 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है।
इस महीने पेट्रोल और डीजल के दाम में अब तक आठ बार बढ़ोतरी हुई है जिसके बाद देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के दाम में 97 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हो गई है जबकि डीजल 1.67 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है।
इस महीने पेट्रोल और डीजल के दाम में अब तक सात बार बढ़ोतरी हुई है, जिसके बाद देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के दाम में 73 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हो गई है,
अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार इंटर कांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड के फरवरी डिलीवरी वायदा अनुबंध में गुरुवार को पिछले सत्र के मुकाबले 0.64 फीसदी की तेजी के साथ 48.84 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था
तेल विपणन कंपनियों ने डीजल के दाम में 48 दिनों की स्थिरता के बाद बढ़ोतरी की है, जबकि पेट्रोल के दाम में सितंबर से ही स्थिरता बनी हुई थी।
टाटा मोटर्स और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने अपने कम क्षमता के डीजल इंजन वाहन हटा दिए हैं। वहीं इन कंपनियों ने बड़े पावरट्रेन वाले बहुउद्देश्यीय वाहनों तथा एसयूवी के डीजल मॉडलों को जारी रखा है।
हुंडई मोटर इंडिया के डीजल मॉडलों की मांग काफी अच्छी बनी हुई है और कंपनी इसको लेकर उत्साहित है।
पेट्रोलियम उत्पादों की कुल मांग अक्टूबर महीने में 2.5 प्रतिशत बढ़कर 1.777 करोड़ टन रही जो एक साल पहले 1.734 करोड़ टन थी। डीजल की मांग 7.4 प्रतिशत बढ़कर 65 लाख टन रही जबकि पेट्रोल की बिक्री 4.5 प्रतिशत बढ़कर 25.4 करोड़ टन थी। डीजल खपत में वृद्धि एक साल में सर्वाधिक रही।
डीजल की बिक्री अक्टूबर महीने में साल भर पहले के 57.9 लाख टन से बढ़कर 61.7 लाख टन पर पहुंच गयी। महीने के अंतिम दो सप्ताह में डीजल की मांग में उछाल आया। पहले दो सप्ताह के दौरान डीजल की बिक्री 26.5 लाख टन रही थी। अक्टूबर में सितंबर 2020 के 48.4 लाख टन की तुलना में 27.5 प्रतिशत अधिक बिक्री हुई।
भारत में तेल मार्केटिंग कंपनियों ने पिछले एक माह से पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लगभग स्थिर रखा है और इनमें कोई बदलाव नहीं किया है।
आईजीएल राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के शहरों में सीएनजी पंप चलाने और पाइप के जरिये रसोई घर में गैस आपूर्ति का काम करती है।
अक्टूबर के पहले 15 दिन में डीजल की मांग 26.5 लाख टन रही है, पिछले साल की इसी अवधि में मांग 24.3 लाख टन थी। वहीं सितंबर के पहले 15 दिन में डीजल की मांग 21.3 लाख टन के स्तर पर थी।
डीजल के दाम में लगातार तीसरे दिन कोई बदलाव नहीं हुआ, जबकि पेट्रोल के दाम पिछले महीने से ही स्थिरता बनी हुई है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में डीजल का दाम घटकर क्रमश: 70.63 रुपए, 74.15 रुपए, 77.04 रुपए और 76.10 रुपए प्रति लीटर पर आ गया है।
लगातार चार दिनों में देश की राजधानी दिल्ली में डीजल का दाम 57 पैसे प्रति लीटर घट गया है। इस महीने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में डीजल की कीमत में 2.85 रुपए लीटर गिरावट आई है
सितंबर के पहले 15 दिन में आईओसी की डीजल बिक्री पिछले महीने की इसी अवधि के मुकाबले 22 फीसदी बढ़ गई है. वहीं पेट्रोल की बिक्री पिछले महीने के मुकाबले 9 फीसदी बढ़ी है।
दिल्ली, कोलकाता, मुंबइ और चेन्नई चारों महानगरों में पेट्रोल का दाम क्रमश: 81.14 रुपए, 82.67 रुपए, 87.82 रुपए और 84.21 रुपए प्रति लीटर पर स्थिर बना हुआ है।
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