नोटबंदी के लगभग दो साल बाद, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बंद हुए करेंसी नोटों की गिनती और सत्यापन का काम पूरा कर लिया है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि बंद किए गए 500 और 1,000 के नोटों की गिनती पूरी हो गई है
नोटबंदी के 21 माह बीत जाने के बाद भी सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के 18,135 एटीएम को अभी भी नए नोटों के अनुरूप नहीं ढाला जा सका है।
घरेलू बचत दर वित्त वर्ष 2012 से 2017 के दौरान 23.6 प्रतिशत से गिरकर 16.3 प्रतिशत पर आ गयी है
म्यांमार के राष्ट्रपति कार्यालय ने नोटबंदी का कार्यकारी आदेश जारी करने की खबर का खंडन करते हुए कहा है कि फेक न्यूज के दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सोमवार को कहा कि रिजर्व बैंक (RBI) और आयकर विभाग को जल्द यह तय करना चाहिए कि नोटबंदी के बाद बैंकों में जमा कराया गया धन काला था या सफेद।
देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने लगभग 70 हजार कर्मचारियों को जोर का झटका दिया है। बैंक ने अपने इन कर्मचारियों और अधिकारियों से ओवर टाइम के लिए किए गए भुगतान को वापस करने का निर्देश दिया है।
तत्काल भुगतान सेवा (IMPS) से धन का लेन-देन चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में लगभग दोगुना बढ़कर 3.23 लाख करोड़ रुपए हो गया है। आईएमपीएस से भुगतान करने की हर बैंक की अपनी दैनिक और मासिक सीमा है।
भारतीय रियल एस्टेट में वर्ष 2017 में 2.6 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आया। नाईट फ्रैंक की एक रिपोर्ट में सोमवार को यह जानकारी दी गई। नाईट फ्रैंक के भारत के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल के अनुसार, 2017 में साल-दर-साल आधार पर इस क्षेत्र में विदेशी पूंजी प्रवाह में 31 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
स्विट्जरलैंड में बीते साल 2017 में सिर्फ तीन भारतीय जाली नोट पकड़े गए। हालांकि, इससे पिछले साल स्विट्जरलैंड में जाली भारतीय मुद्रा की जब्ती का आंकड़ा चार गुना बढ़ा था। लंबे समय तक स्विट्जरलैंड को कालेधन का पनाहगाह कहा जाता रहा है।
केंद्र सरकार ने आज कहा कि नोटबंदी का फायदा अब दिख रहा है क्योंकि जो धन घरों में यूं ही बेकार रखा था, उसका उपयोग उत्पादक कार्यों में हो रहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर उर्जित पटेल मंगलवार को संसद की एक समिति के सामने पेश हुए जहां उन्हें बैंकों के वसूली में फंसे कर्ज के ऊंचे स्तर, बैंकों में धोखाधड़ी और नकदी संकट जैसे मुद्दों पर कुछ कड़े सवालों का सामना करना पड़ा। पटेल ने समिति सदस्यों को आश्वासन है रिजर्व बैंक अपनी प्रणाली को और अधिक मजबूत बनाने के लिए कदम उठा रहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल कल यानी 12 जून को संसद की एक स्थायी समिति के सामने हाजिर हो सकते हैं। इस सुनवाई में पटेल को नोटबंदी के बाद लौटी मुद्रा का आंकड़ा, पीएनबी घोटाला और बैंकों के बढ़ते फंसे कर्ज (NPA) जैसे मुद्दों पर कड़े सवालों का सामना करना पड़ सकता है।
देश में इस समय जनता के हाथ में मुद्रा का स्तर 18.5 लाख करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच गया है जो इसका अब तक अधिकतम स्तर है। यह नोटबंदी के दौर की तुलना में दोगुने से अधिक है। नोटबंदी के बाद जनता के हाथ में मुद्रा सिमट कर करीब 7.8 लाख करोड़ रुपये रह गयी थी। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आयी है।
नोटबंदी के बाद देश में ऐसी 73,000 कंपनियों के बैंक खातों में 24,000 करोड़ रुपए की रकम जमा कराई जिनका पंजीकरण अब रद्द किया जा चुका है। सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार ने नोटबंदी के उपाय का उस समय भी समर्थन किया था जब वह राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के साथ महागठबंधन की सरकार चला रहे थे। नीतीश जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। बैंकों की बैठक में उन्होंने कहा कि मैंने नोटबंदी का समर्थन किया था, लेकिन बैंकों ने नोटबंदी में जिस तरह की भूमिका निभाई उसकी वजह से लोगों को उतना फायदा नहीं मिल पाया जितना मिलना चाहिये था।
4 Years of PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल को इस महीने 4 साल पूरे हो रहे हैं, इस मौके पर केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने अपनी 4 साल की उपलब्धियों में नोटबंदी को बड़ी उपलब्धि माना है और इसके 10 बड़े फायदे गिनाए हैं। रविवार को वित्त मंत्रालय ने अपने ट्विटर हेंडल से नोटबंदी के फायदों की जानकारी दी है। वित्त मंत्रालय ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 8 नवंबर 2016 को 500 और 1000 रुपए के नोटों की नोटबंदी की घोषणा एक ऐतिहासिक फैसला रहा है। वित्त मंत्रालय ने इसके फायदे इस तरह से गिनाए हैं
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव तथा वृद्धि में तेजी के बीच अर्थव्यवस्था में नकदी का चलन एक बार फिर से तेजी से बढ़ा है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस समय अर्थव्यवस्था में नकदी का प्रवाह नोटबंदी से पहले के स्तर पर पहुंच गया है।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र को सूचित किया है कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के कार्यान्वयन तथा नोटबंदी से देश के 18 लाख नए लोग आयकर के दायरे में आए हैं।
नवंबर 2016 में की गई नोटबंदी के बाद किए गए संदिग्ध जमा पर तैयार की गई एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इस दौरान नकली नोटों की संख्या अपने सर्वकालिक ऊंचाई पर पहुंच गई और संदिग्ध लेनदेन में 480 प्रतिशत का इजाफा हुआ।
देशभर में एटीएम से नोट गायब होने और दोबारा नोटबंदी की चर्चा के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार की शाम को यह स्पष्ट किया है कि देश में नकदी की कोई कमी नहीं है और न ही दोबारा नोटबंदी होने वाली है।
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