1 जनवरी को सब लोग नए साल का जश्न मनाने में लगे थे और इधर कुछ अलग ही बदलाव हुए। इन बदलावों का आपकी जेब पर खासा असर होने वाला है।
नोटबंदी को पहले कालेधन और जाली नोटों के खिलाफ बड़ी लड़ाई बताया गया लेकिन अब इसे मोदी सरकार ने Cashless India बनाने की पहल बताना शुरू कर दिया।
सरकार की नोटबंदी की घोषणा के 50 दिन बाद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का मानना है कि इस अप्रत्याशित घोषणा के कारणों को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता।
अरुण जेटली ने कहा कि बैंकों से मुद्रा की उपलब्धता के मामले में स्थिति बड़े पैमाने पर सामान्य हो चुकी है। आरबीआई ने रकम निकासी की सीमा बढ़ा दी है।
50 दिन में श्री साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट को 31.73 करोड़ रुपए का दान मिला है। पुराने 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोटों के रूप में कुल 4.53 करोड़ रुपए मिले।
नोटबंदी के बाद अब तक बैंकों में जमा हुई रकम में करीब 4 लाख करोड़ रुपए संदेह के घेरे में हैं। अघोषित आय जिन खातों में जमा हुई है, उन्हें नोटिस भेजे जाएंगे।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि कैश विड्रॉल की अधिकतम सीमा एक जनवरी से हटाई जा सकती है, क्योंकि रोजाना 25-30 करोड़ नोट छापे जा रहे हैं।
नोटबंदी के बाद कालेधन के खिलाफ चलाए गए अभियान में आयकर विभाग ने 4,172 करोड़ रुपए से अधिक की अघोषित आय का पता लगाया है। 105 करोड़ के नए नोट जब्त किए।
आरबीआई ने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी में अर्थव्यवस्था का स्वरूप बदलने की क्षमता है। इसकी वजह से कुछ असुविधा और वृद्धि दर पर क्षणिक विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।
अरुण जेटली ने गुरुवार को नोटबंदी पर विपक्षी दलों की आलोचना का यह कहते हुए जवाब दिया कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को कोई नुकसान नहीं हुआ उल्टा राजस्व बढ़ा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नववर्ष की पूर्व संध्या पर 31 दिसंबर को राष्ट्र को संबोधित कर सकते हैं। मोदी ने पिछली बार आठ नवंबर को राष्ट्र को संबोधित किया था।
NSE और CDSL ने सरकार के नोटबंदी के फैसले पर कड़ी चिंता जताते हुए कहा कि इसके अर्थव्यवस्था पर दीर्घकालीन प्रभाव के बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता।
आरबीआई ने एक करोड़ रुपए तक के होम, कार, कृषि और अन्य लोन चुकाने के लिए 60 दिन की मोहलत के अलावा अतिरिक्त 30 दिन का और समय दिए जाने की घोषणा की है।
राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़े दर्शाते हैं कि महाराष्ट्र के एपीएमसी में नवंबर माह के दौरान सब्जियों की कीमतों में भारी गिरावट आई।
15.4 लाख करोड़ रुपए मूल्य के पुराने 500 और 1,000 रुपए के नोटों में करीब 90 फीसदी नोट जिनका मूल्य 14 लाख करोड़ रुपए है, बैंकों में जमा किए जा चुके हैं।
गोल्ड खरीदने वालों के लिए नया साल सुनहरा साबित हो सकता है। ग्लोबल संकेत और घरेलू कारणों के कारण गोल्ड की कीमतें 26,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक आ सकती है।
देश की बिस्किट बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी पारले (Parle) ने कहा है कि नोटबंदी के बाद उसकी बिक्री में 1.5 फीसदी तक की गिरावट आई है।
शेयर बाजार से जुड़े कारोबारियों को अब अपनी आय पर ज्यादा टैक्स चुकाना पड़ सकता है। प्रधानमंत्री (PM) नरेंद्र मोदी ने इस बारे में संकेत दिए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल की आखिरी मन की बात में कहा, कि अब नोटबंदी के बाद बेनामी संपत्ति वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा।
25 दिसंबर से यह स्कीम 100 दिन तक चलेंगी। इसमें ग्राहकों एवं व्यापारियों के पास करोड़ों रुपए जीतने का मौका होगा। सरकार नई स्कीम पर 340 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
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