यह प्रक्रिया काफी हद तक क्रेडिट कार्ड की तरह काम करती है। इसमें प्रत्येक बैंक डेबिट कार्ड पर ईएमआई का लाभ उठाने के लिए न्यूनतम सीमा निर्धारित करता है। यह 50000 रुपये से लेकर 5 लाख तक हो सकता है।
एक एक्सपर्ट का कहना है कि जिस हिसाब से यूपीआई का इस्तेमाल (UPI transaction) बढ़ा है, इसमें कोई शक नहीं कि यह आंकड़ा अगले 18-24 महीने में हर महीने 20 अरब यूपीआई ट्रांजैक्शन पर पहुंच जाएगा।
नया डेबिट कार्ड (Debit Card) मिलते ही तुरंत इसकी सेफ्टी को सुनिश्चित करें। ऐसा नहीं करने पर आप धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं और आपकी बचत साफ हो सकती है।
Finance Ministry New Rule: अगर आप डेबिट कार्ड क्रेडिट कार्ड यूज करते हैं तो ये खबर आपके लिए है। आज वित्त मंत्रालय ने कुछ खास ग्राहकों के लिए नियम बदल दिए हैं।
Debit Cards Charges: एक बड़े प्राइवेट बैंक ने अपने डेबिट कार्ड पर पहले से तय शुल्क में भारी बदलाव किया है। इससे उसके ग्राहकों को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा।
अगर आप भी SBI के डेबिट कार्ड होल्डर हैं तो फर्जीवाड़े की आहट होने पर ही आप अपने कार्ड को ब्लॉक करा देंगे। ऐसा कर आप अपना बड़ा नुकसान होने से बचा लेंगे।
हाल ही में नेशनल पमेंट कॉरपोरेशन (NPCI) ने एटीएम में यूपीआई की मदद से कैश निकालने की इजाजत दी है।
October Months Changes: त्योहारों का सीजन (Festive Season) शुरु हो गया है। साथ ही आज अक्टूबर महीने की शुरुआत भी हो गई है। आज से किए गए ये बड़े बदलाव सीधा आपकी जेब पर असर डालने जा रहे हैं।
आरबीआई ने ग्राहकों की वित्तीय सुरक्षा को बढ़ाने के लिए एक अक्टूबर से भुगतान कार्डों को टोकन में बदलना अनिवार्य कर दिया है
डेबिट कार्ड(Debit Card) और क्रेडिट कार्ड(Credit Card) फ्रॉड से परेशान लोगों के लिए RBI के तरफ से एक अच्छी खबर आई है।
आरबीआई ने सभी क्रेडिट और डेबिट कार्ड डेटा ऑनलाइन, पॉइंट-ऑफ-सेल और इन-ऐप से होने वाले लेनदेन को एक ही में मर्ज कर एक यूनिक टोकन जारी करने को कहा है।
Debit card पर डिफॉल्ट मिलने वाली एक सेवा इन दिनों कई ग्राहकों के अकाउंट खाली कर रही है। जिसे देखने हुए ग्राहकों को आगाह किया जा रहा है कि वे यह सर्विस बंद कर दें।
कार्ड टोकनाइजेशन सर्विस से तात्पर्य है एक यूनिक कोड के जरिए वास्तविक कार्ड डिटेल्स को बदलना है।
आप हर बार अपने कार्ड की डिटेल नहीं दर्ज करना चाहते हैं तो आप बैंक से अपने कार्ड नंबर के एवज में टोकन ले सकते हैं।
बैंकों का कहना है कि लगभग 80 प्रतिशत क्रेडिट कार्ड देश के शीर्ष 40 शहरों में जारी किए गए हैं। महामारी की वजह से टियर-3 और टियर-4 शहरों सहित सभी जगह डिजिटल और ई-कॉमर्स खरीदारी को लोगों ने तेजी से अपनाया है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने भुगतान प्रणाली परिचालकों (पीएसओ) की गतिविधियों की आउटसोर्सिंग को लेकर विस्तृत नियम जारी किए हैं।
अगर आप भी बैंक का डेबिट एवं एटीएम कार्ड उपयोग करते हैं तो आपको तुरंत सावधान हो जाना चाहिए।
कोरोना संकट के बीच जहां हर सर्विस को कॉन्टेक्ट लैस बनाने की कोशिश की जा रही है, इस बीच बीते एक साल में देश की बैंकिंग व्यवस्था भी तेजी से डिजिटल हुई है।
यूजर्स को अपने क्रेडिट एवं डेबिट कार्ड का ब्यौरा सीधे साझा किए बिना अपने फोन से लगे एक सुरक्षित डिजिटल टोकन के जरिये भुगतान करने में सक्षम होते हैं।
अगर आप भी बैंक का डेबिट एवं एटीएम कार्ड उपयोग करते हैं तो आपको तुरंत सावधान हो जाना चाहिए।
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