डीबीएस बैंक ने बुधवार को कहा कि उसके सिस्टम से किसी तरह की कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है।
रकार और रिजर्व बैंक ने बैंकिंग नियमन कानून, 1949 की धारा 45 में विशेष अधिकारों के तहत एलवीबी का डीबीएस बैंक इंडिया में विलय किया है।
लक्ष्मी विलास बैंक के उपभोक्ताओं के खाते डीबीएस इंडिया बैंक में ट्रांसफर हो जाएंगे और ग्राहक अपने खाते में जमा रकम में से मनचाही राशि निकाल सकेंगे।
लक्ष्मी विलास बैंक के डीबीएस इंडिया में विलय को आज कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जानकारी देते हुए कहा कि बैंक से निकासी पर रोक अब हटा ली गई है।
रिजर्व बैंक ने कहा था कि वह 20 नवंबर को अंतिम विलय योजना जारी करेगा। हालांकि 20 नवंबर की रात 10 बजे तक रिजर्व बैंक ने अंतिम योजना जारी नहीं की।
RBI की ड्राफ्ट स्कीम के मुताबिक, इस विलय के बाद लक्ष्मी विलास बैंक का जो भी पेड अप शेयर कैपिटल है, उसे पूरी तरह राइट-ऑफ कर दिया जाएगा।
रिजर्व बैंक ने लक्ष्मी विलास बैंक के निदेशक मंडल को भी हटा दिया है और केनरा बैंक के पूर्व गैर-कार्यकारी चेयरमैन टीएन मनोहरन को 30 दिनों के लिए उसका प्रशासक नियुक्त किया है।
संक्रमण दर के अब तक स्थिर न होने से रिकवरी में देरी की आशंका बढ़ी
सालाना आधार पर वृद्धि दर में 4.8 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान
सिंगापुर की वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनी डीबीएस बैंकिंग समूह ने चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 5.5 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत कर दिया है।
भारत की आर्थिक वृद्धि दर में आने वाले महीनों में खपत क्षेत्र की कमजोरी के चलते दूसरी छमाही के दौरान आर्थिक सुस्ती और गहरा सकती है। सिंगापुर के डीबीएस बैंक ने सोमवार को यह अनुमान व्यक्त किया।
डीबीएस ग्रुप रिसर्च में अर्थशास्त्री राधिका राव ने कहा कि सरकार के हालिया कदमों को देखते हुए उनका अनुमान है कि वह इन कदमों को और बेहतर बनाएगी।
डीबीएस ने चुनौतीपूर्ण व्यापार परिदृश्य में निर्यात के मोर्चे पर दिक्कतों की वजह से वृद्धि दर के अनुमान को कम किया है।
अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा प्रदान करने वाली कंपनी डीबीएस ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिए देश की वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि के अनुमान को बढ़ाकर 7.4 प्रतिशत कर दिया है। पिछले साल जीडीपी वृद्धि 6.7 प्रतिशत रही थी।
विदेशी मुद्रा भंडार अप्रैल में 426 अरब डॉलर से घटकर अगस्त की शुरुआत में 403 अरब डॉलर रह गया। इसका कारण अप्रैल से रुपए की विनिमय दर में गिरावट आना रहा है। भारत की तुलना में पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा भंडार मात्र 10 अरब डॉलर है।
एक रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल से अक्टूबर के बीच व्यापार घाटा बढ़कर 88 अरब डॉलर हो गया जो पिछले साल की तुलना में 60 प्रतिशत अधिक है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 402.5 अरब डॉलर पहुंचा गया है। डीबीएस ने कहा कि यह स्तर बाहरी उतार-चढ़ाव से मुकाबला करने की दृष्टि से पर्याप्त दिखता है।
विश्लेषकों का मानना है कि मुद्रास्फीति के तय लक्ष्य के मुकाबले काफी नीचे होने के बावजूद RBI अप्रैल की मौद्रिक नीति समीक्षा में यथास्थिति बनाए रख सकता है।
DBS ने कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक ग्रोथ को सपोर्ट देने और अनुकूल महंगाई दर का फायदा उठाने के लिए दिसंबर में ही दरों में कटौती जैसा कदम उठा सकता है।
सिंगापुर की ब्रोकरेज कंपनी DBS ने कहा कि नोटबंदी के कारण वृद्धि दर के नीचे जाने का बड़ा जोखिम है। कंपनी का अनुमान है कि GDP में 0.80% तक की कमी आ सकती है।
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