धोखाधड़ी के शिकार न हो इसके लिए जरूरी है कि आप हमेशा सावधान रहें और अपने मोबाइल में कुछ जरूरी बदलाव करें।
हैकर्स अब पहले से अधिक तेज और चालाक हो गए हैं। वह यूजर्स को ठगने के लिए नए तरीके अपना रहे हैं। ऐसे में उनसे बचने के लिए क्या कुछ किया जाना चाहिए। आइए समझते हैं।
लोगों को पता नहीं चलता है कि साइबर क्रिमिनल आपकी प्रोफाइल पर बारीकी से नजर रखते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर आप कहीं छुट्टियां मनाने जा रहे हैं और आपने अपने सोशल मीडिया पर ये अपडेट किया है तो क्रिमनल उसका फायदा उठाकर आपके घरों में चोरी कर सकते हैं।
Smartphone Users Safety: साइबर अपराध (Cyber Crime) की घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में इंटरनेट यूजर्स को साइबर अपराध के प्रति जागरूक होना बेहद जरूरी है। इन 10 बातों पर ध्यान रखने को सरकार के तरफ से कहा गया है।
Google Cyber Attack: गूगल (Google) ने एक ग्राहक पर आए अब तक के सबसे बड़े वेब डिस्ट्रीब्यूटेड डिनायल-ऑफ-सर्विस (डीडीओएस) साइबर हमले को रोक दिया है।
आपके पास धोखेबाजों की ओर से कॉल आते हैं और पता चलता है कि आपके अकाउंट से धड़ाधड़ पैसे कटने शुरू हो जाते हैं।
यहां हम कुछ ऐसी ही सावधानियों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाने से आप धोखाधड़ी से बच सकते हैं।
आने वाले समय में सोशल मीडिया भी लोगों की दिनचर्या का महत्वपूर्ण हिस्सा होगा। इसका प्रयोग करने से लोगों को अहम जानकारी मिलने के साथ तरक्की भी हासिल होगी।
आप अक्षरों, संख्याओं और विशेष कैरेक्टर को मिलाकर एक लंबा और मजबूत पासवर्ड तैयार भी कर लें, लेकिन फिर भी आपका पासवर्ड बुलेट प्रूफ नहीं है।
सर्वे में शामिल 39 प्रतिशत लोगों ने माना कि वो अपनी संवेदनशील जानकारियां पेपर पर लिखकर रखते हैं। वहीं 29 प्रतिशत अपने डेबिट कार्ड के पिन को परिवार के सदस्यों के साथ शेयर करते हैं।
दुनिया की दिग्गज आईटी फर्म एसेंचर बड़े साइबर हमले का शिकार हुई है।
सरकार और उद्योग को साइबर हमलों को रोकने के लिए किसी संगठन के नेटवर्क से जुड़े उपकरणों को मान्यता देने को लेकर बहुत कड़ाई के साथ सत्यापन समेत बेहतर गतिविधियों को अपनाने की आवश्यकता है।
सुरक्षा शोधकर्ता विशेषज्ञों ने बृहस्पतिवार को चेतावनी देते हुए कहा कि साइबर अपराधी फेसबुक उपयोगकर्ताओं को वायरस के रूप में फर्जी कॉपीराइट शिकायत भेज रहे हैं।
दूरसंचार क्षेत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े पहलुओं पर पंत ने कहा, ‘‘जहां अन्य देशों ने कौन सी कंपनी उसके यहां काम नहीं कर सकती, उसकी काली सूची तैयार की है, तो भारत ने उन कंपनियों की सूची तैयार की, जो भारत में काम कर सकती हैं।’’
सॉफ्ट लॉन्च के बाद 2 माह में कुल 1.85 करोड़ रुपये की रकम को जालसाजों के हाथों मे जाने से रोकने में सफलता पायी गयी।
खबर में दावा किया गया था कि एयर इंडिया, बिग बास्केट और डोमिनोज जैसे संगठनों के डेटा में सेंध लगने से एनआईसी के ईमेल खाते और पासवर्ड हैकर के पास चले गए हैं।
2020 में साइबर हमलों की घटनाओं में 59 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। कोरोना महामारी क बीच हेल्थेकेयर सेक्टर की बढ़ती भूमिका के बीच सेक्टर पर साइबर हमले भी बढ़े हैं।
भारत में लगभग 52 प्रतिशत संगठनों ने कहा कि वे पिछले 12 महीनों में एक सफल साइबर हमले के शिकार हुए हैं। मंगलवार को जारी एक सर्वेक्षण में यह दावा किया गया है।
कोरोना महामारी के समय में दुनियाभर में वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ा, लेकिन इसके साथ ही बीते साल में रिमोट एक्सेस प्रोटोकॉल्स के खिलाफ साइबर हमले का सिलसिला भी काफी बढ़ा है।
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