हैकिंग ग्रुप की पहचान बाद में पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के इशारे पर काम करने वाली टीमलीट्स के रूप में की गई है।
ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी और एंटी-वायरस ब्रांड कैस्पर स्काई के शोधकर्ताओं ने चेताया है कि कई साइबर अपराध समूह 2020 में ऑनलाइन पेमेंट प्रोसेसिंग सिस्टम को निशाना बना सकते हैं।
भारत के शहरी क्षेत्रों में 98.8 प्रतिशत बच्चे इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं और इनमें से 54.6 प्रतिशत बच्चों के पासवर्ड काफी कमजोर होते हैं।
बैंक साइबर चुनौतियों के बढ़ते खतरे के बीच अब साइबर बीमा पर गौर कर रहे हैं। वित्त वर्ष 2015-16 में साइबर अपराधों से 4 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है।
एक ओर जहां मोदी सरकार इंडिया को कैशलेस बनाने के लिए डिजिटल पेमेंट की ओर ले जाने के प्रयास में जुटी है, वहीं साइबरक्राइम का जाल दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है।
कंप्यूटर की सुरक्षा से जुड़ी कंपनी सिमानटेक ने कहा साइबर क्रिमिनल भारत, ब्रिटेन और अमेरिका में छोटी-छोटी कंपनियों को निशाना बना रहे हैं।
सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर फर्म सिमेनटेक का कहना है भारत, अमेरिका और अन्य देशों में इनफार्मेशन चुराने के लिए लोगों को टैक्स कटौती से जुड़े फर्जी ईमेल भेज रहे हैं।
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