साइबर जालसाज आपको शेयर बाजार में 30-50 प्रतिशत तक के रिटर्न का लालच देने की कोशिश कर सकते हैं और आपको एक फर्जी वेबसाइट पर आने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं।
जाने-माने साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल ने इंडिया टीवी के साथ खास बातचीत करते हुए कहा कि आज टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग एक अलग लेवल पर पहुंच गया है। पहले हम टेक्नोलॉजी के जरिए साइबर क्राइस होते हुए देखते थे।
निर्मला सीतारमण ने कहा, "बैंक ऐसे डिजिटल सिस्टम नहीं रख सकते हैं जो कहीं भी हैक हो जाए और पूरे सिस्टम एवं उस पर आधारित भरोसा खतरे में पड़ जाए। इसके लिए आपको एक मजबूत सिस्टम चाहिए।''
अपने क्रेडिट कार्ड पासवर्ड को नियमित रूप से बदलना आपकी वित्तीय जानकारी की सुरक्षा का एक इफेक्टिव तरीका है। हालांकि बार-बार अपना पासवर्ड बदलना असुविधाजनक लग सकता है, लेकिन ऐसा न करने के साइबर फ्रॉड का खतरा बढ़ सकता है।
साइबर फ्रॉड के मामलों को देखकर ये तो साफ हो गया है कि इसके जाल में सिर्फ छोटे शहरों में रहने वाले कम पढ़े-लिखे लोग ही नहीं बल्कि दिल्ली-मुंबई में रहने वाले पढ़े-लिखे प्रोफेशनल्स भी बुरी तरह से फंस रहे हैं। लोगों को साइबर फ्रॉड से सुरक्षा देने के लिए भारत सरकार का गृह मंत्रालय एक हेल्पलाइन नंबर ऑपरेट करता है।
त्योहारों के दौरान लोग शॉपिंग को लेकर काफी एक्साइटेड रहते हैं। ये एक्साइटमेंट इतनी ज्यादा होती है कि लोग कीमतों की तुलना करना भूल जाते हैं और फिर बाद में जब उन्हें ये मालूम चलता है कि जो सामान उन्होंने 1000 रुपये में खरीदा है, वो दूसरी जगह 500-600 रुपये में ही मिल रहा था।
ट्राई ने कहा कि फर्जी कॉल के लिए बल्क कनेक्शन का इस्तेमाल करने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए उन्हें 2 साल के लिए ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।
जॉर्ज कुर्ट्ज ने बताया है कि किसी साइबर अटैक या सिक्योरिटी इंसिडेंट के कारण परेशानी नहीं आई है। विंडोज होस्ट के लिए एक अपडेट के कारण यह समस्या खड़ी हुई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023-24 के दौरान धोखाधड़ी में शामिल राशि 13,930 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 26,127 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान धोखाधड़ी के मामलों की संख्या 36,075 हो गई, जो एक साल पहले 13,564 थी।
रिपोर्ट में बताया गया कि वेब आधारित खतरे और ऑनलाइन अटैक, साइबर सुरक्षा के तहत एक कैटेगरी है। इसकी मदद से कई साइबर अपराधी कंपनियों को निशाना बनाते हैं। एंड यूजर की लापरवाही, वेब सर्विस डेवलपर/ऑपरेटर के कारण वेब अटैक का खतरा हो सकता है।
एचडीएफसी बैंक सहित कम से कम पांच भारतीय बैंक हैं, जो मनी म्यूल लेनदेन पर नजर रख रहे हैं। बैंकिंग धोखाधड़ी विश्लेषण विशेषज्ञों का कहना है कि बैंक पहले संदिग्ध मनी म्यूल खातों को ब्लॉक करते हैं और फिर जांच शुरू करते हैं।
सूत्रों ने कहा कि दुकानदारों और बैंकिंग प्रतिनिधि के स्तर पर आंकड़ों (डेटा) की सुरक्षा को मजबूत करने की जरूरत है, क्योंकि इनके स्तर पर डेटा में सेंध लगने की आशंका अधिक होती है।
दास ने कहा कि एआई के आने के साथ साइबर सुरक्षा संबंधी चुनौतियां कई गुना बढ़ सकती हैं। इससे व्यक्तिगत जानकारी तक अनधिकृत पहुंच कायम की जा सकती है, जो उपभोक्ताओं के भरोसे को प्रभावित कर सकता है।
क्लाउडसेक ने कहा कि हैकर ने किसी भी उल्लंघन में शामिल होने से इनकार किया है और कानूनी रूप से अघोषित स्रोत के माध्यम से आंकड़े प्राप्त करने का दावा किया है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, दूरसंचार विभाग ने दूरसंचार परिचालकों से अपनी प्रणाली का सुरक्षा ऑडिट कराने को कहा है।
केंद्र सरकार ने बैंकिंग धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। आपको बता दें कि सरकार ने देश में 70 लाख वैसे मोबाइल नंबर बंद कर दिए हैं, जिसके जरिये साइबर फ्रॉड किए जा रहे थे। इसके साथ ही दूसरे कदम भी उठाए हैं।
लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक, साइबर क्राइम (Cyber Crime) में 77.41 प्रतिशत के साथ ऑनलाइन फाइनेंसियल फ्रॉड सबसे ज्यादा हो रहे हैं।
धेयक में आंकड़ों का रखरखाव और प्रसंस्करण करने वाली इकाइयों के लिये जवाबदेही के साथ लोगों के अधिकारों को स्पष्ट किया गया है। संसद में बृहस्पतिवार को पेश विधेयक में भारतीय व्यक्तिगत जानकारी संरक्षण बोर्ड के गठन का प्रस्ताव किया गया है।
अगर आप भी ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार हो गए हैं तो ऐसी स्थिति में परेशान ना हों और ये समझें ऐसे में आपको क्या करना चाहिए।
शिकायत के अनुसार, बैंक अधिकारियों ने सभी संबंधित अधिकारियों को सूचित किया लेकिन कोई भी इतनी बड़ी राशि का मिलान नहीं होने के कारण का पता नहीं लगा सका।
नोएडा से ऑनलाइन ठगी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक दंपति ने गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया और उस पर कॉल मिलाई। थोड़ी देर बाद पीड़ित को मैसेज आया कि उसके अकाउंट से 8 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है।
लेटेस्ट न्यूज़