निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक का एकीकृत शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 18.04 प्रतिशत बढ़कर 5,676.06 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
चालू वित्त वर्ष के पहले साढ़े नौ महीने में सरकार का डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 18.7 प्रतिशत बढ़ा है, जो राहत देने वाली बात है।
RBI ने चालू वित्त वर्ष में करेंसी नोटों की प्रिंटिंग के लिए अपने ऑर्डर में कटौती कर दी है। पिछले पांच साल की तुलना में यह ऑर्डर अपने निम्नतम स्तर पर है।
चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में डायरेक्ट टैक्स के रूप में 4.39 लाख करोड़ रुपए प्राप्त हुए, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 15.2% अधिक है।
घरेलू ऑटो कंपनी टाटा मोटर्स का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मुनाफा 41.54 प्रतिशत बढ़कर 3,199.93 करोड़ रुपए हो गया है।
रिफाइनिंग मार्जिन कम होने और भंडार में रखे स्टॉक से नुकसान के चलते हिंदुस्तान पेट्रोलियम का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में शुद्ध लाभ 56 प्रतिशत घटा।
रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को कम कर 7.3 प्रतिशत कर दिया, बैंक को उम्मीद है कि नए नोटों के चलन में आने से खर्च बढ़ेगा।
सीमेंट इंडस्ट्री की ग्रोथ 6-7 फीसदी रहने की संभावना है। सरकार द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर काफी बल दिए जाने से मांग अच्छी बनी रहने की उम्मीद है।
नवरत्न सार्वजनिक उपक्रम भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने आज कहा कि चालू वित्त वर्ष में उसका कारोबार 10,000 करोड़ रुपए पर पहुंचने की उम्मीद है।
रिलायंस कैपिटल की योजना चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में अपनी आवास वित्त इकाई रिलायंस होम फाइनेंस को सूचीबद्ध कराने की है।
गोल्ड ईटीएफ में से फरवरी के दौरान निवेशकों ने 46 करोड़ रुपए निकाले हैं। चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों में कुल निकासी 695 करोड़ रुपए हो गई है।
एशिया के सबसे पुराने शेयर बाजारों में से एक BSE का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 17 प्रतिशत घटकर 63.73 करोड़ रुपए रह गया है।
HDFC बैंक का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में शुद्ध मुनाफज्ञ 15.14 प्रतिशत बढ़कर 3,865.33 करोड़ रुपए रहा है। एचसीएल का शुद्ध लाभ 2,070 करोड़ रुपए रहा।
जीडीपी वृद्धि दर में चालू वित्त वर्ष की तीसरी और चौथी तिमाही में दो प्रतिशत की कमी आ सकती है। इसका कारण प्रभावी मुद्रा में उल्लेखनीय रूप से कमी आना है।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही। दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था का तमगा भी बरकरार है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए अपने वृद्धि दर के अनुमान को 7.6 से घटाकर 7.1 प्रतिशत कर दिया है। नोटबंदी से वृद्धि के नीचे जाने का जोखिम है।
देश से रत्न एवं आभूषण निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों अप्रैल-अगस्त के दौरान 11 प्रतिशत बढ़कर 14.43 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
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